इजरायल। कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन को लेकर इजरायल के हेल्थ ऑफिसर्स ने सुकून भरी खबर दी है। उन्होंने बताया कि जिन लोगों को पिछले छह महीनों के अंदर कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज या बूस्टर लिया है वे ओमीक्रोन से सुरक्षित हैं। हालांकि उन्होंने इसके लिए कोई डाटा नहीं दिया। इजरायल के हेल्थ मिनिस्टर ने ओमीक्रोन के पहले संकेतों को देखते हुए घोषणा की कि इसपर वैक्सीन का असर पड़ रहा है। यह खबर इजरायल के एक समाचार चैनल की एक रिपोर्ट से कुछ घंटे पहले आई है जिसमें कहा गया है कि फाइजर वैक्सीन ओमीक्रोन के संक्रमण को रोकने में 90 प्रतिशत प्रभावी है, लेकिन जिन लोगों को वैक्सीन नहीं लगी है उनमें गंभीर लक्षण पैदा होने की संभावना 2.4 गुना अधिक है। अभी तक इस देश में ओमीक्रोन के 4 नए मामले सामने आए हैं। ओमीक्रोन से बचने के लिए क्या-क्या करना चाहिए…?
हेल्थ मिनिस्टर नित्जन होरोविट्ज ने कहा कि ऐसा लग रहा है कि जिन लोगों को पिछले छह महीनों के भीतर कोरोना की दूसरी वैक्सीन या बूस्टर लगे हैं वे ओमाइक्रोन से सुरक्षित हैं। आने वाले दिनों में हमारे पास ओमीक्रोन के खिलाफ वैक्सीन के प्रभाव का सटीक डेटा होगा। लेकिन अभी हमें शुरुआती संकेतों को देखकर लग रहा है कि जिन लोगों ने वैक्सीन लगवाई है वे सुरक्षित हैं या फिर उनपर संक्रमण का असर कम है।
इजरायल में दो डॉक्टर कोविड के नए वेरिएंट से संक्रमित हुए हैं। वे शेबा मेडिकल सेंटर में काम करते हैं। दोनों को वैक्सीन का दोनों डोज लगाया गया है। डॉक्टरों में से एक लंदन में एक चिकित्सा सम्मेलन में संक्रमित हुए। हालांकि जब वे इजरायल के लिए फ्लाइट में बैठे थे, तब वे कोरोना निगेटिव थे। लेकिन कुछ दिनों के बाद ही उनमें लक्षण दिखने लगे। टेस्ट करने पर पता चला कि वे कोविड पॉजीटिव हो गए हैं। वे ओमीक्रोन से संक्रमित पाए गए।
ओमीक्रोन से संक्रमित डॉक्टर ने हेल्थ ऑफिसर्स को बताया कि वे कार्डियोलॉजिस्ट के एक अन्य डॉक्टर के संपर्क में आए थे, जो बाद में ओमीक्रोन से संक्रमित पाया गया था। दोनों डॉक्टरों को फाइजर कोरोना वायरस वैक्सीन के तीन शॉट्स दिए गए थे। इसके बाद भी वे संक्रमित हुए। हेल्थ मिनिस्टर ने कहा कि अभी वैक्सीन बहुत ही महत्वपूर्ण है। कोई भी व्यक्ति जो बिना वैक्सीन के वैरिएंट के संपर्क में आता है, वह खुद को जोखिम में डालेगा।
इजरायल के चैनल 12 समाचार की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि फाइजर वैक्सीन ओमीक्रोन के खिलाफ 90% प्रभावी है, जबकि यह डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ 95% प्रभावी। हालांकि, रिपोर्ट में कहा गया है कि जिन्होंने बूस्टर लिया है उनके लिए फाइजर 93% तक प्रभावी है। रिपोर्ट के मुताबिक, ओमिक्रॉन की लोगों को संक्रमित करने की क्षमता डेल्टा की तुलना में 1.3 गुना अधिक है। लेकिन लक्षण कम गंभीर हैं। जिन लोगों को वैक्सीन लगी है, उनमें गंभीर लक्षण की संभावना 2.4 गुना अधिक होती है।
साउथ अफ्रीका के डॉक्टर्स ने कोविड के नए ओमीक्रोन वेरिएंट की सबसे पहले पहचान की थी। उन्होने कहा, ओमीक्रोन के लक्षण हल्के हैं। जैसे कि सिरदर्द और थकान। कोरोना के पिछले वेरिएंट की तुलना में हॉस्पिटल में ओमीक्रोन की वजह से किसी की मौत नहीं हुई है।
जर्मनी के प्रोफेसर कार्ल लॉटरबैक (अगले स्वास्थ्य मंत्री बनने की दौड़ में) ने कहा कि शुरुआती रिपोर्टों का मतलब है कि ओमीक्रोन एक क्रिसमस गिफ्ट हो सकता है। ये कोरोना महामारी के खात्में की स्पीड को तेज कर सकता है। उन्होंने कहा कि इसके इतने सारे म्यूटेशन हैं, जिसका मतलब है कि यह कम खतरनाक हो सकता है।
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