यूनिक समय, कोसीकलां। कोकिलावन में शनि अमावस्या पर आस्था का ज्वार हिलोरे लेने लगा। हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने परिक्रमा, स्नान कर शनि पूजा की। महाआरती के दर्शन कर श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। परिक्रमा मार्ग एवं मंदिर परिसर श्रद्वालुओं से खचाखच भरा रहा। व्यवस्थाएं बनाने में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। शुक्रवार की देर रात्रि से ही शुरू श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरु होने लगा था। रात्रि में 12 बजते ही मंदिर में श्रद्वालु ही श्रद्धालु नजर आने लगे।
मंदिर के महामंडलेश्रवर प्रेमदास ने शनि महाराज का दूध, दही, शहद, खांड और गंगाजल से मंत्रोच्चारण के मध्य अभिषेक किया तो पूरा मंदिर शनिदेव के जयघोषों से गुंजायमान हो उठा। शनिवार की सुबह हवन-यज्ञ का आयोजन किया गया। जिसमें श्रद्वालुओं ने आहूति दी। शनिदेव पर फूल बंगला भी सजाया गया।
500 किलो सरसों के तेल से सिद्ध शनिदेव का अभिषेक
यूनिक समय, मथुरा। भरतपुर रोड पर ग्राम मुडैसी स्थित सिद्ध शनिदेव मंदिर में शनिश्चरि अमावस्या पर सुबह से ही भक्तों का आना शुरू हो गया था। लगभग 500 किलो तेल से वेद मंत्रों के साथ शनि देव महाराज की शिला का अभिषेक किया। स्वामी विजयानंद सरस्वती ने बताया कि रात्रि को 1008 दीपकों के साथ महाआरती की। भक्तों ने पूजा अर्चना कर शनि देव महाराज से सभी संकटों को खत्म करने की प्रार्थना की। राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली समेत कई और शहरों से भक्त यहां आए। भंडारे का आयोजन भी किया। इस मौके पर महंत नानक गिरी, एक्सईएन सचिन शर्मा, एसडीओ सचिन द्विवेदी, राजा तनेजा, नवीन अग्रवाल दिल्ली एवं धर्मेंद्र गर्ग मुकेश, राम स्वरूप एवं महावीर आदि उपस्थित थे।
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