
कार्यालय संवाददाता
यूनिक समय, मथुरा। गुरुवार को जो कोई घर से बाहर निकला, वह अचभ्भित रह गया। उसे अपने सामने कोई दिखाई नहीं दे रहा था। यह सब हुआ कोहरे के कोहराम से। कोहराम इतना अधिक था मथुरा का प्रसिद्ध श्रीकृष्ण जन्म स्थान मंदिर, होली गेट, एनएच-2 पर दौड़ते वाहन तक नजर नहीं आ रहे थे। कोहरे की चादर में सब गायब थे। नए साल के 14वें दिन कोहरा ने शहर का नजारा ही बदल दिया।
सभी की आंखों के सामने सफेद चादर सी दिखाई दे रही थी। लोगों के कदम मार्निंग वाक के लिए रुक गए। मकर संक्रांति पर यमुना में डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालु पहुंच नहीं सके।
सिर्फ जो लोग पहुंचे, वह विश्राम घाट से यमुना महारानी का पूजन कर और दान पुण्य कर लौट आए। यमुना एक्सप्रेस वे और एनएच-2 पर दौड़ते वाहन कोहरे के कारण रेंग-रेंगकर चल रहे थे। इसी तरह से रेलवे ट्रैक पर टे्रनों के पहिए धीमी गति से चले। पूर्वाह्नन 11 बजे के आसपास भगवान भास्कर कोहरे की चादर से बाहर निकले तो लोगों को राहत मिली।
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