गैंगरेप:लड़की को जिंदा जलाने के मामले में सीएम के सख्त निर्देश के बाद 15 आरोपी गिरफ्तार

रांची। चतरा जिले के एक गांव में बलात्कार के बाद लड़की को जिंदा जलाने के मामले में मुख्यमंत्री के सख्त निर्देश के बाद पुलिस ने छापेमारी कर शनिवार देर शाम तक मुख्य आरोपी समेत 15 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। झारखंड पुलिस के अतिरिक्त महानिदेषक एवं प्रवक्ता आर के मलिक ने बताया कि चतरा के इस वीभत्स मामले में पुलिस ने सख्त कार्रवाई की है और 24 घंटे के भीतर नामजद मुख्य आरोपी धानु भुइयां समेत 15 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।इससे पूर्व शनिवार को एक बार फिर मुख्यमंत्री ने स्वयं इस मामले में सख्त कार्रवाई की बात करते हुए कहा, ‘चतरा में नाबालिग बालिका के साथ बलात्कार के बाद जिंदा जलाए जाने की घटना अत्यन्त दुखद है। समाज में छिपे ऐसे अपराधियों को कठोर से कठोर सजा मिलनी चाहिए। मेरी संवेदना पीड़ित परिवारजनों के साथ है। अपराधियों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।’मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार इस घटना पर अपनी नजर बनाए हुए है और पीड़िता के परिजनों को हर संभव सहायता मुहैया कराई जा रही है। मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि दास के निर्देश पर चतरा के उपायुक्त जितेन्द्र सिंह ने घटनास्थल पर कैंप लगाकर व्यक्तिगत रूप से पूरे मामले पर नजर रखी। सघन छापेमारी कर 14 नामजद अभियुक्तों को दोपहर तक गिरफ्तार कर लिया जबकि मुख्य आरोपी धानु भुइयां को भी पुलिस ने देर शाम गिरफ्तार कर लिया।इस बीच मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार उपायुक्त चतरा ने पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता के लिए एक लाख रुपए की राशि शुक्रवार को ही उपलब्ध करा दी थी और शनिवार को मृतका के दाह संस्कार की पूरी व्यवस्था कराई गई एवं पीड़ित परिवार को अनाज भी उपलब्ध कराया गया। इससे पूर्व शनिवार को इस मामले में सुबह सबसे पहले गांव की मुखिया तिलेश्वरी देवी को पुलिस ने गिरफ्तार किया क्योंकि उस पर इस संगीन मामले में पंचायत बुलाकर पीड़िता को 50000 रुपए देकर मामले को रफादफा कराने की कोशिश का आरोप था। चतरा में शुक्रवार को हुई इस घटना पर मुख्यमंत्री के आदेश के बाद प्रशासन ने एसआईटी का गठन कर जांच शुरू कर दी है।गौरतलब है कि आरोपी परिवार ने बलात्कार पीड़िता के परिजनों को पंचायत के माध्यम से पचास हजार रुपए देकर मामले को रफा दफा करने की कोशिश की। लेकिन बात नहीं बनने पर आरोपी परिवार ने किशोरी के पिता को भरी पंचायत में पीटा और फिर पीड़िता के घर में घुसकर उसे जिंदा जला दिया। पुलिस ने अधजला शव बरामद कर उसे अंत्य परीक्षण के लिए भेजा और थाने में मृतका के पिता के बयान पर एक दर्जन लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की। बाद में इस मामले में पुलिस ने गांव की मुखिया एवं पंचायत से जुड़े अन्य लोगों का नाम भी जोड़ा।लड़की के पिता के अनुसार, गुरुवार रात गांव का ही धानु भुईयां उसकी बेटी को बहला-फुसला कर बाइक से कहीं ले गया। सुबह जब लड़की लौटी तो उसके परिजन रिश्तेदार के घर में शादी समारोह में थे। लड़की ने अपने परिजनों को बताया कि धानु भुइयां ने उसके साथ बलात्कार किया है। इसकी शिकायत परिजनों ने पंचायत में की।शुक्रवार सुबह पंचायत बैठी। उसमें मुखिया तिलेश्वरी देवी भी मौजूद थी। पंचायत में धनु के परिजनों ने 50 हजार रुपया लेकर मामले को रफा-दफा करने का प्रस्ताव रखा। पिता द्वारा इनकार पर धनु भुइयां के परिजनों ने मारपीट की और आरोप लगाया कि लड़की का धानु के साथ प्रेम प्रसंग था और वह स्वेच्छा से धानु के साथ मोटरसाइकिल से गयी थी। ऐसे में उस पर बलात्कार का आरोप गलत है।मारपीट के दौरान लड़की अपने घर में थी। थोड़ी देर बाद उत्तेजित धानु भुइयां और उसके परिजन लड़की के घर पहुंचे और अंदर घुस कर उसके शरीर में मिट्टी का तेल छिड़क कर आग लगा दी। जब तक लड़की के परिजन वहां पहुंचे, उसकी की मौत हो चुकी थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पीड़िता के पिता ने पुलिस को दिए बयान में कहा है कि उसकी लड़की के साथ दुष्कर्म किया गया और बाद में उसे जिंदा जला दिया गया।इस मामले में धानु भुइयां समेत एक दर्जन लोगों, भगन भुईयां, शंकर भुईयां, मोदल भुईयां, लियरी भुईयां, मगर भुईयां, तिलक भुईयां, बद्री भुईयां, रेशु भुईयां, बिनय भुईयां, जगदीश भुईयां, छोटन भुईयां आदि के खिलाफ पुलिस में नामजद मामला दर्जकिया गया है।

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