
ग्राहक को भी नहीं मिलता पूरी ऋण की राशि
— एसएसपी के दबार पहुंचा एक फरियादी, की न्याय दिलाने की मांग
मथुरा। बैंकों से ऋण देना बैंक कर्मियों के लिए दुधारू गाय बन गया है। कभी भी बैंक कर्मी ऋण लेने वाले व्यक्ति को पूरा ऋण कभी नहीं देते हैं। कुछ रुपये बीमा के नाम पर और कुछ सुविधा शुल्क के नाम पर ग्राहकों से हड़प लेते हैं। ऐसा ही प्रकरण मथुरा शहर में उस समय देखने को मिला जब एक पीड़ित एसएसपी के दरबार में अपना दर्द बयां करने पहुंचा। उसके साथ भी शहर की एक बैंक के कर्मियों ने इसी तरह का फ्राड कर कर लगभग 2 लाख रुपये चूना उसको लगा दिया।
मिली जानकारी राधिकाविहार निवासी अध्यापक कृष्ण मुरारी सोनी ने एसएसपी शलभ माथुर को दिए अपने शिकायती पत्र में कहा है कि उसने वर्ष 2010 में मकान खरीदने और मरम्मत के लिए शहर की एक बैंक से 6 लाख रुपये का ऋण लिया था। उक्त स्वीकृत धनराशि में से 4 लाख रुपये बैक से कृष्ण मुरारी सोनी को डीडी के रूप में मिल गए, जबकि 43 हजार रुपए बैंक ने आवेदक की मर्जी के बिना ही बीमा के रूप में जमा कर लिए और 1.55 लाख रुपये बैंक के तत्कालीन मैनेजर ने अन्य बैंक कर्मियों से मिलकर हेराफेरी और धोखाधड़ी से हड़प लिए। जिस बैंक से कृष्णमुरारी सोनी ने लोन लिया था,अब उसका विलय एक अन्य प्रतिष्ठित बैंक में हो गया। अब कृष्णमुरारी से बैंक 6 लाख रुपये की मयब्याज वसूली कर रही है। उक्त बैंक मैनेजर भी उन्हें झूठा आश्वासन देता रहा। जिसकी वजह से कृष्णमुरारी ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की। ना ही उसे बैंक से शिकायत करने पर कोई न्याय मिला लेकिन बैंक की रिकवरी निकलने के बाद उसको जानकारी हुई कि उससे पूरी राशि से मय ब्याज से वसूली की जा रही है। उसने यहां उपस्थित मीडिया कर्मियों को बताया कि वह आज आरोपी बैंक मैनेजर के विरुद्ध कार्रवाई किए जाने के लिए शिकायती पत्र एसएसपी को देने के लिए आया था। एसएसपी ने उसको जांच करके कार्यवाही का भरोसा दिया है।
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