Hate crime: अमेरिका में दूसरी बार सिख पर हमला, कहते हैं—पगड़ी वाले लोग वापस जाओ!

नई दिल्ली। अमेरिका में नफरती हिंसा का एक और मामला सामने आया है। अमेरिका के न्यूयॉर्क स्थित रिचमंड हिल्स इलाके में फिर एक सिख व्यक्ति पर हमला हुआ है। 10 दिन पहले भी इसी इलाके में एक बुजुर्ग सिख पर हमला हुआ था। हालांकि न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्य दूतावास के ट्विटर हैंडल से जारी जानकारी के अनुसार इस मामले में शिकायतय दर्ज कराई गई है। महावाणिज्य दूतावास ने घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है।

पगड़ीवाले अपने देश वापस जाओ
इस मामले में पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है। यह हमला कथित तौर पर उसी जगह पर हुआ, जहां 10 दिन पहले एक सिख पर हमला किया गया था। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दो संदिग्धों ने डंडे से मारा और उनकी पगड़ी उतार दी। न्यूयॉर्क के अटॉर्नी जनरल लेटिटिया जेम्स ने इस हमले की निंदा करते हुए एक ट्वीट करते हुए लिखा कि रिचमंड हिल में हमारे सिख समुदाय के खिलाफ एक और घृणित हमला। दोनों व्यक्तियों को न्याय के लिए आगे लाना चाहिए। इस बारे में जानकारी रखने वाले व्यक्ति तुरंत @NYPDnews से संपर्क करें। बता दें कि न्यूयॉर्क स्टेट ऑफिस के लिए चुने गईं पहली पंजाबी अमेरिकी, एनवाई राज्य विधानसभा की महिला जेनिफर राजकुमार ने कहा था कि पिछले कुछ सालों में सिख समुदाय के खिलाफ घृणा अपराधों में 200 प्रतिशत की खतरनाक तौर पर बढ़ोतरी हुई है।

4 अप्रैल को बुजुर्ग सिख पर हुआ था हमला
इससे पहले 4 अप्रैल को अमेरिका के न्यूयॉर्क में ही 70 साल के बुजुर्ग निर्मल सिंह के साथ मारपीट की घटना हुई थी। पीड़ित न्यूयॉर्क के क्वींस में 95वें एवेन्यू, रिचमंड हिल के पास वॉक कर रहा था। तभी वहां पहुंचे कुछ अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया था। एक हमलावर ने उन्हें मुक्का मारा था, जिससे उनकी नाक टूट गई थी।

जनवरी में न्यूयॉर्क के ही जॉन एफ कैनेडी(JFK) अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बाहर एक सिख टैक्सी चालक पर हमला किया गया था। यह मामला भारत के महावाणिज्य दूतावास ने अमेरिकी अधिकारियों के समक्ष उठाया था।

मार्च में मानवाधिकार विशेषज्ञ अमृत कौर आकरे ने अमेरिकी सांसदों के सामने चिंता जताई थी कि अमेरिका में सिख समुदाय के खिलाफ धार्मिक भेदभाव और घृणा के मामले हाल के वर्षों में काफी बढ़ गए हैं। उन्होंने प्रशासन और अमेरिकी कांग्रेस से इस दिशा में कदम उठाने की मांग की थी।

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