बॉडी के अन्य हिस्सों में होने वाले बदलाव पर तो ज्यादातर लोग ध्यान देते हैं। लेकिन बहुत ही कम लोग ऐसे होते हैं जिनका ध्यान पैरों की ओर जाता हो। पर क्या आप जानते हैं? कि पैर सेहत के बारे में काफी कुछ बताते हैं। पैर दरअसल हमारी बॉडी का सिग्नल पॉइंट होते हैं। ये उन बीमारियों के संकेत देते हैं जिन पर अगर ध्यान नहीं दिया गया, तो नतीजे गंभीर हो सकते हैं। इसलिए ज़रूरी है कि पैरों में होने वाले बदलाव पर ध्यान दिया जाए। आपकी एड़ियों में अगर अक्सर दर्द रहता है तो ये शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने की ओर संकेत करता है। इसलिए यूरिक एसिड की जांच ज़रूर करवाएं।
आपके पैर के अंगूठों और पंजों में अगर अक्सर सूजन हो जाती है, तो आपको डॉक्टर से सम्पर्क ज़रूर करना चाहिए। ये संकेत किडनी से जुड़ी बीमारी और एनीमिया होने के हो सकते हैं।
आपके पैरों के अंगूठे के नाखूनों पर यदि लाल रंग की लाइनें दिखाई देती हैं, तो ये संकेत हार्ट इंफेक्शन की ओर इशारा करते हैं। ऐसा तब होता जब रक्त वाहनियाँ टूटती हैं. ये स्थिति स्प्लिंटर हेमोर्हेज्स कहलाती है। इसलिए ऐसा होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
अगर बार-बार मॉश्चराइज़र या कोल्ड क्रीम लगाने के बावजूद आपके पैरों की स्किन सूखी और फ़टी रहती है। तो इसको अनदेखा नहीं करना चाहिए. ऐसा होने पर आपको थायरॉइड की जांच अवश्य करवानी चाहिए।
पैर में चोट लगने के बाद अगर वो लम्बे समय तक ठीक नहीं हो रही हो, तो ये सोचने की ज़रूरत नहीं है कि पैर ज्यादा मूवमेंट वाला अंग है, इसलिए ठीक नहीं हो रही है। आपको तुरंत डॉक्टर को दिखाने की ज़रूरत है। क्योंकि पैर की चोट इस बात का संकेत करती है, कि कहीं आपको डाइबिटीज़ तो नहीं है। इसलिए शुगर टेस्ट ज़रूर करवाना चाहिए।
आपके पैर के पंजे और घुटने में हमेशा दर्द बना रहता है, या दवा खाने के बाद केवल फौरी तौर पर आराम मिलता है. तो ये गठिया की बीमारी के संकेत हो सकते हैं. जिसके लिए डॉक्टर से परामर्श ज़रूरी है।
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