इस महंगाई के समय में परिवार का पालन-पोषण किसी चुनौती से कम नहीं है। खासकर, परिवार में कमाने वाला शख्स एक हो और खाने वाले कई। ऐसी ही बेबस रियल स्टोरी है राजेश की, जो बिहार से काम-धंधे की तलाश में मध्य प्रदेश के जबलपुर में आए, मगर यहां जब कोई काम नहीं मिला, तो मजबूरी में रिक्शा चलाकर अपना और परिवार का पालन-पोषण करना पड़ रहा है। यही नहीं, राजेश अपने एक हाथ से रिक्शा संभालते हैं, तो दूसरे हाथ से एक साल के बेटे को।
राजेश का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह रिक्शा चलाते हुए, एक हाथ से अपने बेटे को संभालते दिख रहे हैं। राजेश का कहना है कि दस साल पहले वह बिहार से जबलपुर आया था। उसे सिवनी जिले के कन्हारगांव की एक महिला से प्यार हो गया। दोनों ने शादी की और फुटपाथ पर रहकर गुजर-बसर करने लगे। महिला ने पहले बेटी को और बाद में बेटे को जन्म दिया, मगर कुछ ही महीने बाद वह दोनों बच्चों को छोड़कर दूसरे पुरूष के साथ भाग गई।
राजेश ने काफी कोशिश की उसे खोजने की, मगर जब वह नहीं मिली, तब दोनों बच्चों को संभालने की जिम्मेदारी भी उसी पर आ गई। ऐसे में वह रोज काम पर बच्चे को भी ले जाता है। हालांकि, राजेश की कहानी सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद बाल कल्याण समिति के सदस्यों ने उससे संपर्क किया। समिति के सदस्यों का दावा किया है कि बच्चों के रहने के लिए उचित व्यवस्था की जाएगी और पालन-पोषण सही तरीके से हो सके, इसके लिए राजेश को विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ भी दिलाया जाएगा।
बहरहाल, राजेश इसके लिए तैयार नहीं है। राजेश दोनों बच्चों को अपनी आंखों के सामने रखना चाहते हैं। वह रोज बच्चों को खिलाने-पिलाने के बाद रिक्शा चलाने जाते हैं। इस दौरान बेटे को छोटा होने की वजह से साथ में ही रखते हैं। इसके बाद शाम को आकर खाना बनाते हैं। दोनों को खिलाते-पिलाते हैं। सुलाते हैं और फिर अगले दिन वहीं दिनचर्या शुरू हो जाती है। पिछले दिनों जब वह सड़क पर गुजर रहे थे, तभी किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया, जो अब वायरल हो रहा है।
Leave a Reply