हृदय विदारक घटना: एक चिता पर नौ पति—पत्नी का अंतिम संस्कार, फूट—फूटकर रोए कई गांव के लोग

पन्ना। उत्तराखंड के उत्तरकाशी में रविवार शाम यात्रियों से भरी एक बस गहरी खाई में जा गिरी। जिसमें मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के 25 लोगों की मौत हो गई थी। दो दिनि बाद आज मंगलवार सुबह सभी तीर्थयात्रियों का अंतिम संस्कार कर दिया गया। दुखद बात यह है कि इस हादसे में मारे गए 9 पति-पत्नी के जोड़ा थे, जिनको एक ही चिता पर लिटाकर अंतिम संस्कार कर दिया गया। इन दंपत्ति को अंतिम विदाई देने के लिए 9 गांव के लोग पहुंचे हुए थे। जिसने भी यह मार्मिक पल देखा उसकी आखों से आंसू छलक पड़े। देखिए वो भयावह मंजर..जिसे देख हर किसी के निकले आंसू…

 

दिल को झकझोर देने वाला यह मार्मिक दृश्य जिले के दृश्य सिमरिया क्षेत्र के बुद्धसिंह साटा गांव का है। जहां इस वक्त सिर्फ मौत की चीखें सुनाई दे रही हैं। मंगलवार सुबह 8 बजे जैसे ही यहां के एक द्विवेदी परिवार के 6 लोगों की अर्थियां उठीं तो हर कोई आंसू बहाने लगा। पूरा परिवार सदमे में है। क्योंकि उनके घर के तीन जोड़ा चारधाम की यात्रा पर गए थे। जिनका एक साथ एक चिता पर अंतिम संस्कार किया गया।

बता दें कि जिन मृतकों का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार हुआ। वह सभी 8 लोग सांटा, 2 पवई, 2 सिमरिया, 1 चिखला, 4 मोहंद्रा, 2 कुंवरपुर, 2 कोनी, 1 ककरहटा, 2 उड़ला गांव के रहने वाले थे। जिन्हें अंतिम विदाई देने के लिए 9 गांव के लोग उमड़े थे। आलम यह था इस मातम की वजह से इन 9 गांवों मं कई घरों में चूल्हे तक नहीं जले।

बता दें कि कल रात जैसे ही शव मृतकों के पैतृक गांव पहुंचे तो कोहराम मच गया। मौत की चीखों से पूरा गांव गूंज उठा। शवों को देखकर परिजन बिलख पड़े। मृतकों के परिवरा का तो रो-रोकर बुरा हाल था। वह शव को पकड़ रोते रहे। हर कोई इस मार्मिक क्षण का गवाह बना। बुजुर्ग हो या बच्चे शव नम आखों से अंतिम विदाई दे रहे थे।

इस भयानक हादसे में किसी के माता-पिता तो किसी के भैया-भाभी और किन्हीं के भाई-बहन की मौत हो गई। वह बार-बार यह कहते हुए चीख रहे हैं कि है भगवान ये कैसा न्याय है, वह तो तेरे दर शीश झुकाने गए थे, तूने तो उनको ही उठा लिया। मंगलवार सुबह बुद्धसिंह साटा गांव में दो चिताएं जलाई गईं। पहली पहली चिता में दिनेश प्रसाद द्विवेदी, पत्नी प्रभा द्विवेदी, दूसरी चिता में उनकी मां, तीसरी चिता में चचेरे भाई हरि नारायण द्विवेदी, उनकी पत्नी हरि बाई, चौथी चिता में भाई रूपनारायण का दाह संस्कार किया गया।

दरअसल, यह भयानक हादसा रविवार शाम करीब 6:45 बजे यमुनोत्री एनएच-94 पर दमटा से करीब दो किलोमीटर दूर हिमालय तीर्थ के रास्ते में रिखावु खड्ड के पास हुआ। जहां यात्रियों से भरी बस बेकाबू होने के बाद 200 फीट गहरी खाई में जा गिरी। यह देख राहगीरों ने इसकी सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर शव और घायलों को निकाला गया। बता दें कि हादसे की जानकारी लगते ही मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दुर्घटनास्थल पर पहुंचे थे।

 

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