हाई अलर्ट: फीफा वर्ल्ड कप में फ्रांस जीता था, तब भी हिंसा, अब हारा तब भी दंगे !

अर्जेंटीना के हाथों फुटबॉल के फीफा वर्ल्ड कप 2022 में फ्रांस की हार से निराशा में डूबे फैन्स भड़क उठे हैं। फ्रांस की राजधानी पेरिस में दंगे हुए हैं। आक्रोशित फैन्स ने गाड़ियां तोड़ डालीं और आग लगा दी। पेरिस के अलावा भी फ्रांस के कई अन्य शहरों में हिंसा की खबर है। उपद्रवियों को काबू में करने पुलिस को लाठियां भांजनी पड़ीं। आंसू गैस छोड़नी पड़ी। पेरिस में हजारों पुलिसकर्मी तैनात हैं। पुलिस के अनुसार, लेओन, नीस में भी हिंसक घटनाएं हुई हैं। पेरिस के मशहूर चैम्प्स एलीसीस में फैन्स आपस में लड़ पड़े।

अर्जेंटीना ने फीफा वर्ल्ड कप 2022 का खिताब अपने नाम कर लिया है। बेहद रोमांचक फाइनल में पेनाल्टी शूटआउट के जरिए उसने फ्रांस को शिकस्त दी। फाइनल में पेनल्टी शूटआउट में फ्रांस को 4-2 से हराकर विश्व कप जीता। इस जीत के साथ ही जहां अर्जेंटीना में जश्न मनाया जा रहा है, वहीं फ्रांस में हिंसा भड़क उठी है। कतर में हुए फाइनल में हारने के बाद फ्रांस के हजारों फ़ुटबॉल प्रशंसक पेरिस, नीस और ल्योन में सड़कों पर उतर आए। के CEO हार्ले रीपर पार्क्स ने tweet किया-मैं नीस(Nice)शहर में हूं। मैंने करीब 60 से ज्यादा गोलियां चलने की आवाजें सुनी हैं।

फ्रांस के मीडिया नेक्सटा टीवीके अनुसार, अर्जेंटीना से हारने के बाद फ्रांस के कई शहरों में दंगे भड़क उठे। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे सड़कों पर भारी हंगामा और अराजकता का माहौल दिखाई दिया। पुलिसवालों पर पत्थरों और पटाखों से हमला किया किया गया। एक ट्विटर यूजर ने दावा किया, “ल्योन में एक महिला पर हमला किया गया, क्योंकि वह दंगाइयों को भगाने की कोशिश कर रही थी।”

द डेली मेल की रिपोर्ट में कहा गया कि फाइनल हारने के बाद फ्रांस में अफरातफरी मच गई। पेरिस की सड़कों पर उपद्रवियों को काबू में करने सशस्त्र पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। मैच के बाद हजारों फुटबॉल प्रशंसक सड़कों पर उतर आए थे। द सन की रिपोर्ट कहती है कि, फ्रांस की राजधानी में प्रसिद्ध चैंप्स-एलिसीज पर फैन्स की पुलिस से झड़प हुई। उपद्रवियों ने आगजनी की। पुलिसवाले उपद्रवियों को पीछे हटने के लिए टर्न अराउंड चिल्लाते सुने गए। भीड़ पर वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया गया। ल्योन में पुलिस ने कथित तौर पर फुटबॉल प्रशंसकों पर आंसू गैस के गोले दागे। यहां भारी हिंसा देखी गई। पूरे देश में सुरक्षा की गारंटी के लिए 14,000 पुलिस अधिकारियों को तैनात किया गया है। उपद्रवियों ने पुलिस पर झंडे, बोतलें और आतिशबाजी से हमला किया।

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, हिंसा को काबू में करने बड़ी संख्या में गिरफ्तारियां की गई हैं। बता दें कि अर्जेंटीना ने रविवार(18 दिसंबर) को कतर में फ्रांस को पेनल्टी शूटआउट में 4-2 के स्कोर से पराजित कर दिया। 1986 में मैक्सिको सिटी में डिएगो माराडोना से प्रेरित जीत के बाद से यह देश का तीसरा विश्व कप खिताब था। उन्होंने 1978 में अपना पहला खिताब जीता था।

फुटबॉल विश्व कप खेलों के बीच यूरोप में दंगे भड़के हुए हैं। 15 दिसंबर को फ्रांस ने सेमीफाइनल में 2-0 की प्रभावी जीत के साथ विश्व कप में मोरक्को के सपनों को तोड़ा था, तब भी मोरक्को के अलावा फ्रांस में दंगा हुआ था। फ्रांस और बेल्जियम के कई शहरों में दंगे भड़क उठे थे। पेरिस में दंगों के दौरान मोरक्को के समर्थकों ने पुलिस पर हमले किए थे। वहीं, इस्लामी मुल्क मोरक्को की पुर्तगाल पर जीत के बाद भी पेरिस में मोरक्को समर्थकों द्वारा पुलिस पर हमला हुआ था।

 

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