यूनिक समय ,नई दिल्ली। भारतीय व्यवसाय समूह अदाणी और सेबी के खिलाफ अपने रिपोर्ट से सनसनी मचाने वाली ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ के संस्थापक नाथन एंडरसन ने बीते बुधवार को कंपनी बंद करने का एलान कर दिया। विवादित कंपनी ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ की शुरुआत साल 2017 में हुई थी। वहीं इसे बंद करने के पीछे नाथन एंडरसन ने कोई विशेष कारण नहीं बताया है। उन्होंने कहा कि कंपनी बंद करने का फैसला काफी बातचीत और सोच कर लिया है।
अपने घोषणा के दौरान ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ के संस्थापक नाथन एंडरसन ने कहा- जैसा कि मैंने पिछले साल के अंत से ही अपने परिवार, दोस्तों और अपनी टीम के साथ साझा किया है, मैंने हिंडनबर्ग रिसर्च को बंद करने का निर्णय लिया है। योजना यह थी कि हम जिन विचारों पर काम कर रहे थे, उन्हें पूरा करने के बाद इसे बंद कर दिया जाएगा। और पिछले पोंजी मामलों के अनुसार, जिन्हें हमने अभी पूरा किया है और विनियामकों के साथ साझा कर रहे हैं, वह दिन आज है।
अपने बयान में नाथन एंडरसन ने कहा, कोई एक खास बात नहीं है – कोई खास खतरा नहीं, कोई स्वास्थ्य समस्या नहीं और कोई बड़ा व्यक्तिगत मुद्दा नहीं। किसी ने एक बार मुझसे कहा था कि एक निश्चित समय पर एक सफल करियर एक स्वार्थी काम बन जाता है। उन्होंने कहा, ‘अब मुझे अपने आप में कुछ सहजता महसूस हुई है, शायद मेरे जीवन में पहली बार।’ ‘शायद मैं यह सब हमेशा के लिए कर सकता था, लेकिन मुझे पहले खुद को कुछ हद तक नरक से गुजरना पड़ा। तीव्रता और ध्यान बाकी दुनिया और उन लोगों को खोने की कीमत पर आया है जिनकी मुझे परवाह है। अब मैं हिंडनबर्ग को अपने जीवन का एक अध्याय मानता हूं, न कि एक केंद्रीय चीज जो मुझे परिभाषित करती है।’
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