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राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत प्रदेश के जिला स्तरीय अस्पतालों के साथ ही सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के भी कायाकल्प की तैयारी है। इसी क्रम में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और उपकेंद्रों को उच्चीकृत किया जा रहा है। इसके लिए रोगी कल्याण समितियों का गठन किया गया है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक ने यह जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश के समस्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं उपकेन्द्रों को चरणबद्ध रूप से हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में उच्चीकृत किया जा रहा है। इन हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटरों पर समुचित चिकित्सकीय एवं स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता प्रदान की जा रही है। सेवाओं में सामाजिक उत्तरदायित्व सुनिश्चित करने, शिकायतों का निस्तारण एवं चिकित्सा इकाई को प्रदान की जाने वाली धनराशि का वित्तीय प्रबंधन सुनिश्चित करने को जन आरोग्य समितियों का गठन किया गया है। मौजूदा वित्तीय वर्ष 2022-23 में प्रत्येक जनपद स्तरीय चिकित्सा इकाई को प्रति वर्ष 10 लाख, प्रत्येक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र/ब्लॉक स्तरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के लिए 5 लाख एवं प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र (30000 जनसंख्या) के लिए 1.75 लाख वार्षिक असम्बद्ध धनराशि का प्रावधान किया गया है।
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