राम मंदिर में कैसी होगी अतिथियों की मेहमाननवाजी, तीन टेंट सिटी, छह नगर, 15 हजार संत और मेहमान

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट 16 से 22 तक अयोध्या में करीब 15 हजार मेहमानों और 40 हजार श्रद्धालुओं की मेहमाननवाजी के लिए तैयार है। अयोध्यावासी भी पलकें बिछाए राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने का इंतजार कर रहे हैं। क्योंकि अयोध्या में इतने होटल और गेस्ट हाउस नहीं है, इसलिए करीब 45 एकड़ में फैले तीर्थ क्षेत्र में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आने वाले महमानों के लिए 6 नगर 3 टेंट सिटी में बसाए गए हैं। यह नगर टीन का बना है, जिसमें एक साथ करीब 15 हजार लोग ठहर सकेंगे। 19 जनवरी से मेहमान आने लगेंगे। 3 टेंट सिटी मनी पर्वत, कारसेवकपुरम, मनी राम छावनी में 1500 VIP गेस्ट और संत ठहरेंगे। इन 3 टेंट सिटी में बसे 6 नगरों को राम मंदिर के योद्धाओं का नाम दिया गया है- अशोक सिंघल परिसर, महंत अभिराम दास ज़ी महाराज परिसर, महंत अवैध नाथ महाराज, रामानुजाचार्य, माधवचार्य परिसर।

टेंट सिटी में बसे हर नगर में करीब 1200 कमरे हैं। एक कमरे में 3 संत रहेंगे, यानी एक सिटी में 3600 संत ठहरेंगे। हर कमरे को एक नंबर दिया गया है और ठहरने वाले संतों के नाम की पट्टी लगेगी। होटल की तरह कमरे अलॉट किए जाएंगे, जिनमें वॉशरूम, शौचालय, डॉरमेट्री और मोबाइल चार्जिंग पॉइंट मिलेगी। संतों के साथ ही उनके सहयोगियों के रुकने का भी इंतजाम है। टेंट सिटी में ही बनी 47 गलियों में संतों के सहयोगी ठहर सकेंगे। हर गली में गर्म-ठंडा पानी, फीकी-मीठी चाय मिलेगी। भोजनालय भी बनाए गए हैं, जिनमें संतों और उनके सहयोगियों को पसंद-नापसंद का खाना मिलेगा। तीनों टेंट सिटी में खाने-पीने की जिम्मेदारी उत्तराखंड, पंजाब और कर्नाटक समेत अलग-अलग राज्यों के कार सेवकों और संगठनों को सौंपी गई है। ट्रस्ट इन्हें रसोई और सामान उपलब्ध कराएगा।

 

अयोध्या में 10 जनवरी के बाद मेहमानों की संख्या बढ़ने लगेगी। श्रद्धालु आने लगेंगे, ऐसे में उनके लिए भंडारे की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए 8 जगहों पर भंडारे लगाने की योजना है। इसके लिए समाजसेवी संगठनों को आदेश दिए गए हैं। कारसेवकपुरम टेंट सिटी में अभी 2 भंडारे चल रहे हैं, जिन्हें एक ट्रस्ट और जय गुरुदेव कमेटी लगा रही है। इस भंडारे में करीब 5 हजार लोगों के खाने की व्यवस्था की गई है। रामलला के नए मंदिर में आने की खुशी में 3 दिन का स्पेशल आयोजन होगा। 12 जनवरी को कलश पूजन होगा। 13 को श्रीसूक्त, पुरसूक्त और लक्ष्मी सूत्र तथा रामचरितमानस सुंदरकांड पाठ होगा। 14 को पूर्णाहुति दी जाएगी। शोभायात्रा निकाली जाएगी और रामकोट की परिक्रमा होगी। इसके बाद 16 जनवरी से राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अनुष्ठान शुरू होंगे।

 

7 दिवसीय अनुष्ठान का शेड्यूल
16 जनवरी को सरयू किनारे दशविध स्नान, विष्णु पूजन, गोदान
17 जनवरी को रामलला मूर्ति का अयोध्या भ्रमण, मंगल कलश में सरयू का जल मंदिर पहुंचाया जाएगा
18 जनवर को गणेश अंबिका पूजन, वरुण पूजन, मातृका पूजन, ब्राह्मण वरण, वास्तु पूजन
19 जनवरी को अग्नि स्थापना, नवग्रह स्थापना, हवन
20 जनवरी को 81 कलशों के जल से मंदिर के गर्भगृह की सफाई, वास्तु शांति, अन्नाधिवास
21 जनवरी को 96 कलशों के हजारों छिद्रों से रामलला का दिव्य स्नान, शैयाधिवास
22 जनवरी को सुबह पूजन के बाद दोपहर में मृगशिरा नक्षत्र में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा

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