
उदयपुर। लेकसिटी उदयपुर में कोरोना रोकथाम एवं ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए की गई बैठक के दौरान जिला परिषद के सीईओ आईएएस अधिकारी डॉ. मंजू पर ब्लॉक सीएमएचओ के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करने का आरोप लगा है। बैठक में मौजूद चिकित्सा अधिकारियों ने बताया कि डॉ. मंजू ने सराडा के ब्लॉक सीएमएचओ डॉ. सुरेश मंडावरिया को सभागार से उठाकर बाहर फेंकने की धमकी दी।
अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ के प्रदेश महासचिव डॉ. शंकर बामनिया ने बताया कि गुरुवार को जिला परिषद सभागार में कोरोना रोकथाम एव ऑक्सीजन आपूर्ति के बारे में सभी ब्लॉक सीएमएचओ, उप मुख्य चिकित्सा एव स्वास्थ अधिकारी और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की बैठक चल रही थी। इसमें जिला परिषद की सीईओ डॉ. मंजू भी मौजूद थी।
सीईओ बोलीं-तुम कुछ काम करते नहीं और बेवजह बात करते हो
बैठक दौरान ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए सिलेंडर रिफिल के लिए आ रही समस्या के निवारण के लिए सराड़ा के ब्लॉक सीएमएचओ डॉ. सुरेश मंडावरिया सीएमएचओ को अवगत करा रहे थे। उस वक्त जिला परिषद सीईओ मंजू ने गुस्से में बीच मे टोकते हुए डॉ. मंडावरिया को अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए सभागर से उठाकर बाहर फेंकनी धमकी दी और कहने लगी की तुम कुछ काम करते नहीं और बेवजह बात करते हो।
बैठक का बहिष्कार कर बाहर आ गये चिकित्सक
इस दौरान डॉ. मंडावरिया ने कहा कि मैं कोविड मरीजों के ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए सिलेंडरो की रिफिल की अहम बात कर रहा हूं। तभी डॉ. मंजू ने कहा की कि तुम्हारे ब्लॉक में कितनी प्रेगनेंट महिलाएं हैं ये बताओ। सभी चिकित्सा अधिकारी इस तरह की भाषा के प्रयोग और विषय से हटकर बात करने को लेकर बैठक का बहिष्कार करते हुए बाहर आ गये। डॉ. बामनिया ने बताया कि इस घटना की खबर मिलते ही सभी सेवारत चिकित्सकों में भारी आक्रोश एव रोष व्याप्त है।
कलेक्टर को जिला परिषद सीईओ के खिलाफ ज्ञापन सौंपा
डॉ. बामनिया ने बताया कि अरिसदा ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री के नाम पर कलेक्टर को जिला परिषद सीईओ के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग करने एवं सभागर से बाहर फेंकने की धमकी देने पर ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में संघ ने कहा कि कोरोना महामारी के संक्रमण की रोकथाम के लिए पूरे प्रदेश एवं देश के सेवारत चिकित्सक जान हथेली रखकर दिन रात सेवाएं दे रहे हैं। ऐसी स्थिति में इस तरह लालफीताशाही के वातावरण में चिकित्सकों को अपना कार्य करना दूभर एव असहज हो रहा है।
अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी
ज्ञापन में संघ ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि रविवार तक अगर उक्त सीईओ के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई नहीं की गई तो सभी सेवारत चिकित्सक सोमवार से अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार करेंगे। इसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन की रहेगी। तब तक शुक्रवार से सारे चिकित्सक काली पट्टी बांधकर अपनी सेवाएं देंगे।
Leave a Reply