ममता और केंद्र के बीच बढ़ी तकरार, अफसरों को भेजने को तैयार नहीं राज्य सरकार

कोलकाता। केंद्र सरकार और पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी के बीच एक बार फिर टकराव की स्थिति बन गई है. केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को दोबारा समन भेजकर आज शाम 5.30 बजे ​दिल्ली में होने वाली मीटिंग में शामिल होने के लिए बुलाया गया है। इस समन के जवाब में ममता बनर्जी से कहा है कि कोरोना संकट की वजह से आज एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग मीटिंग बुलाई गई है और इस मीटिंग में दोनों ही अधिकारियों का होना बेहद जरूरी है. ऐसे में दोनों अधिकारियों को दिल्ली नहीं भेजा जा सकता है. हालांकि ममता बनर्जी के जवाब पर अभी तक गृह मंत्रालय की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।

खबर है कि केंद्रीय गृह सचिव की ओर से पश्चिम बंगाल के दोनों टॉप अफसरों को गुरुवार को उस समय एक बार फिर समन भेजा गया, जब ​पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ताबड़तोड़ ट्वीट कर केंद्र सरकार पर संघीय ढांचा तोड़ने का आरोप लगाया. ममता बनर्जी ने कहा, श्केंद्र सरकार चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल में घुसपैठ कर सरकार पर कंट्रोल करना चाहती है.

गौरतलब है कि इससे पहले भी केंद्र की तरफ से राज्य के मुख्य सचिव अलापन बंदोपाध्याय और पुलिस महानिदेशक वीरेंद्र को तलब किय गया था। इस पर टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने सवाल उठाए थे. उस समय भी पश्चिम बंगाल सरकार ने कहा है कि दोनों अधिकारी 14 दिसंबर को दिल्ली नहीं जाएंगे. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने यह फैसला राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मामले की रिपोर्ट मिलने के बाद लिया था।

क्या था मामला
बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा दो दिनों के दौरे पर पश्चिम बंगाल पहुंचे थे। दौरे के दूसरे दिन नड्डा बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ 24 परगना स्थित डायमंड हार्बर जा रहे थे। इसी दौरान कुछ लोगों ने इस काफिले पर हमला कर दिया था। इसके बाद बीजेपी ने टीएमसी पर इस हमले के आरोप लगाए थे. खास बात है कि यह क्षेत्र राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी का संसदीय क्षेत्र है।

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