नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी के महासचिव और वेस्ट यूपी प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने संकेत दिए हैं कि उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव के बाद एसपी-बीएसपी से गठबंधन के लिए तैयार है। एक अख़बार से बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि दोनों पार्टियों के साथ चुनाव से पहले हम गठबंधन नहीं कर सके लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि भविष्य में ऐसा नहीं हो सकता है।
गठबंधन के सवाल पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि, ‘देखिए हमें काल्पनिक सवालों पर बात नहीं करनी चाहिए। सच यह है कि उनकी (एसपी-बीएसपी) तरफ से संवाद की कोई कोशिश नहीं की गई। कोई अच्छी चीज होने से पहले कई खराब बातें भी होती। सिंधिया ने चुनाव के बाद एसपी-बीएसपी गठबंधन से मेलजोल के संकेत देते हुए कहा, ‘हालांकि इसका यह मतलब नहीं है कि भविष्य में हम साथ नहीं हो सकते। पोस्ट पोल अलायंस हो सकता है। हमारे दरवाजे हमेशा खुले हुए हैं। लेकिन अब कांग्रेस उत्तर प्रदेश में अपनी ताकत पर लड़ रही है और 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए अगले तीन साल के दौरान हम अपना आधार बनाने जा रहे हैं।’
क्या एसपी-बीएसपी और कांग्रेस दोनों एक ही वोट बैंक के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं के सवाल पर सिंधिया ने कहा, ‘यह वोटों की लड़ाई नहीं है। यह विचारधारा की लड़ाई है। यह एक लोकसभा चुनाव है इसलिए हम भारत के बारे में अपने विचार के साथ जनता के पास जा रहे हैं। लोकतंत्र में जनता ही जनार्दन होती है और यह उस पर निर्भर है कि वह भारत के बारे में आपके विचार के साथ जाना चाहती है या मेरे विचार के साथ।’
इससे पहले कांग्रेस महासचिव व लोकसभा चुनाव के लिए पश्चिमी यूपी प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रविवार को नोएडा व बुलंदशहर में सभा की। इस दौरान उन्होंने भाजपा पर जमकर हमला बोला। कहा कि, यह देश संप्रादायिक सद्भाव व धर्म निरपेक्षता का है। लेकिन जब से भाजपा की सरकार केंद्र व प्रदेश में स्थापित हुई है। किसान पूरी तरह से प्रताणित हो चुका है। महिलाएं असुरक्षित हैं, नौजवान बेरोजगार है। जंगलराज स्थापित हो चुका है। नोएडा प्रदेश ही नहीं देश में रोजगार का इंजन था। भाजपा ने कहा था हम नौकरियां लेकर आएंगे। लेकिन असलियत में यह पान और पकौड़ों की सरकार ही निकली।
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