केडी हास्पीटल में बदला टूटा कृत्रिम कूल्हा, रीढ का दर्द किया छूमंतर

  • मल्टी स्पेशियेलिटी केडी हास्पीटल के हड्डी रोग विभाग के डा. प्रफुल्ल और डा. हर्षित जैन को टूटे कूल्हे को बदलने का सफल आॅपरेशन
  • हरियाणा के पलवल, बहीन निवासी सोमदत्त को भी रीढ की हड्डी के पिछले पांच वर्ष के भयंकर दर्द से सप्ताह भर में दिलाई राहत

मथुरा। मल्टी स्पेशियेलिटी केडी हास्पीटल के हड्डी रोग विभाग में मरीज अमर सिंह के पूर्व में अन्यत्र बदले जा चुके टूटे और कृत्रिम कूल्हे को बडी आसानी से बहुत कम खर्च पर बदलने में सफलता पाई है। इससे अब अमर सिंह अब पूरी तरह से चल फिर रहे हैं। दूसरे मामले में परेशान सोम दत्त महंगे चिकित्सालयों से परेशान होने के बाद केडी हास्पीटल में आकर पांच साल पुराने रीढ की हड्डी में दर्द में राहत पा चुका है। उसके मुताबिक केडी हास्पीटल में आने से पूर्व वह इलाज के लिए क्यूआरजी, सर्वादय और एम्स तक में लाखों रुपये खर्च कर चुका है।

केस संख्या-1
जनपद मथुरा के राल निवासी अमर सिंह ने बताया कि उसका पूरा कूल्हा चार वर्ष पूर्व गलने के कारण भरतपुर के एक चिकित्सालय में बदला गया था। जो कि कुछ दिन कृत्रिम कूल्हा भी टूट गया। इससे वे चलने फिरने में असमर्थ हो गए। दिल्ली, आगरा और मथुरा के कई हास्पीटल में कूल्हा बदलवाने को सम्पर्क किया। अमर सिंह ने बताया कि कही कूल्हा बदलने में असमर्थता जताई तो कहीं पैसे 4 से 5 लाख तक मांगे, जबकि केडी हास्पीटल मात्र एक लाख में ऑपरेशन हो गया। केडी हास्पीटल की ओपीडी में मौजूद डा. प्रफुल्ल हिरोडे और डा. हर्षित जैन ने बताया कि ये काफी जटिल ऑपरेशन रहा। जो दो से तीन घंटे की टीम की मेहनत के बाद सफल हो सका। ऑपरेशन टीम में हड्डी रोग विभाग के एचओडी प्रफुल्ल हिरोडे, हर्षित जैन, डा. प्रतीक अग्र्रवाल, डा. हेमराज सैनी, एनथिएस्ट डा. निजावन के साथ सहायक पवन और घनश्याम मौजूद रहे।

केस संख्या-2
हरियाणा के पलवल, बहीन निवासी सोमदत्त ने बताया कि उनको रीढ की हड्डी में पिछले पांच वर्ष से भयंकर दर्द हो रहा था। उसने बताया कि इसके इलाज के लिए फरीदाबाद के क्यूआरजी, एशियन, सर्वादय समेत एम्स तक में इलाज करा चुके हैं। सोमदत्त ने बताया कि दूसरे हास्पीटलों में लाखों रुपये खर्च करने के बावजूद कोई फायदा नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि हमारे ही गांव के रग्गी ने केडी हास्पीटल से ही इलाज कराया था। उसने ही यहां आने की सलाह दी। केडी हास्पीटल की ओपीडी में डा. हर्षित जैन से आकर मिला तो उन्होंने जांच के बाद दर्द जल्द ठीक कर देने का भरोसा दिया। यहां केडी हास्पीटल में सप्ताह भर में मात्र तीन हजार रुपये ही खर्च हुए हैं, जबकि फायदा काफी हो गया है। मुझे भरोसा होने लगा है कि अब दर्द धीरे-धीरे खत्म हो जाएगा। केडी हास्पीटल की ओपीडी में मौजूद डा. हर्षित जैन ने बताया कि मल्टी स्पेशियेलिटी केडी हास्पीटल में कूल्हा, कंधे, रीढ की हड्डी के रोग, शरीर के समस्त हड्डी रोगों और जोडों का इलाज बेहतरीन तरीके से किया जा रहा है। ब्रजवासियां को चिकित्सकों की सुविधाओं का लाभ उठाना चाहिए।

एक ही कैम्पस में हर रोग के विशेषज्ञ होने से सहूलियत-डा. रामकिशोर अग्रवाल
मथुरा। आरके एजुकेशन हब के चैयरमेन डा. राम किशोर अग्रवाल, वाइस चैयरमेन पंकज अग्रवाल और एमडी मनोज अग्रवाल ने कहा कि केडी मेडीकल कालेज, हास्पीटल एंड रिसर्च सेंटर के एक ही कैम्पस में हर रोग के विशेषज्ञ चिकित्सक होने के चलते मरीज को काफी सहूलियत हो जाती है। आवश्यकता पडने पर ऑनकॉल विशेषज्ञ चिकित्सकों को किसी भी समय बुलाकर राय ले लेने से इलाज में काफी आसानी हो जाती है। उन्होंने ब्रजवासियों समेत अन्य लोगां से कहा कि वे केडी मेडीकल कालेज, हास्पीटल एंड रिसर्च सेंटर की सुविधाओं का लाभ उठाएं।

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