
बेंगलुरु। रूस के हवाई हमले में यूक्रेन में अपनी जान गंवाने वाले भारतीय मेडिकल स्टूडेंट नवीन शेखरप्पा(22) के परिजनों ने उसकी बॉडी एक मेडिकल कॉलेज को दान करने का फैसला किया है। नवीन की बॉडी सोमवार की सुबह बेंगलुरु अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचेगी। हालांकि युद्ध के चलते बॉडी लाने में भारत सरकार को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने मीडिया को बताया कि नवीन का पार्थिव शरीर सोमवार तड़के बेंगलुरु अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचेगा। इस बीच छात्र के पिता शेखरप्पा ने शुक्रवार को यूक्रेन से बेटे क शव लाने में हो रही देरी पर दु:ख जताते हुए कहा था कि वे उसके शरीर को आखिरी बार देख पाएंगे। परिजनों के मुताबिक, शव सोमवार को चलगेरी गांव पहुंच रहा है। अंतिम संस्कार करने के बाद परिवार बॉडी को दावणगेरे के एसएस मेडिकल कॉलेज को दान कर दिया जाएगा। छात्र के पिता ने कहा कि मेडिकल कॉलेज के छात्रों को उनकी पढ़ाई के लिए सक्षम बनाने के लिए यह निर्णय लिया गया है। नवीन एक मार्च को यूक्रेन के खार्किव शहर में उस समय रूसी हमले की चपेट में आ गए थे, जब वो भोजन की तलाश में बंकर से बाहर निकले थे। कर्नाटक सरकार ने उनके परिवार को 25 लाख रुपये का मुआवजा दिया है।
नवीन शेखरप्पा यूक्रेन में आर्किटेक्टोरा बेकातोवा में रह रहे थे। वह खारकीव नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी से मेडिकल की पढ़ाई कर रहे थे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने हमले में उनकी मौत की पुष्टि की थी। नवीन की मौत की जानकारी के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उसके पिता से फोन पर बात की थी। उन्होंने दुख की इस घड़ी में परिवार को ढांढस बंधाया था।
रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध का 19 मार्च को 24वां दिन है। इन 24 दिनों में यूक्रेन का हर बड़ा शहर बर्बाद हो चुका है। इस बीच ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत 20000 से अधिक भारतीय छात्र और अन्य नागरिक भारत लौट आए हैं। बता दें कि बता दें कि 24 फरवरी को भारतीय समयानुसार सुबह 8.30 बजे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन पर सैन्य कार्रवाई का ऐलान किया था। इसके बाद रूस की सेना ने यूक्रेन पर हवाई हमले शुरू कर दिए। इन हमलों बाद यूक्रेन की राजधानी कीव के अलावा खार्किव, मारियुपोल और ओडेसा में बर्बादी के मंजर दिखाई देने लगे हैं।
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