क्रूरता की हदें: आंखें फोड़ी, प्राइवेट पार्ट में मारे हथियार, फिर हत्या, बस इतना सा था कसूर

चूरू (राजस्थान)। देश में मॉब लिंचिंग की घटनांए कम होने की बजाए बढ़ती जा रही हैं, जहां बेवजह भीड़ किसी को भी दिनदहाड़े मौत के घाट उतार दे रही है। राजस्थान के चरू जिले से भीड़ का ऐसा क्रूर चेहरा सामने सामने आया, जिस जान दिल दहल जाएगा। भीड़ ने एक दलित युवक की पहले दोनों आंखें फोड़ी, फिर उसके गुप्तांग में हथियार-लाठी से वार किए..इसके बाद उसकी हत्या कर दी। जानिए आखिर किस वजह से की क्रूरता की हदें पार…

दरअसल, मानवता को शर्मसार करने वाली यह घटना चूरू जिले के सांडवा थाना इलाके की बताई जा रही है। यहां नागौर जिले के एक दलित युवक की निर्मम तरीके से हत्या की दी गई। इसके बाद उसके शव को जानवरों की तरह बीच सड़क पर फेंक दिया गया। इस क्रूरता के पीछे प्रेम प्रसंग बताया जा रहा है। जिसके चलते दबंग गांव वालों ने दलित को मौत के घाट उतार दिया।

मृतक के परिजनों ने पहले आरोपियों खिलाफ थाने में मामला दर्ज कराया। इसके बाद पीड़ित परिवार के लोग आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर हंगामा करते हुए प्रदर्शन कर रास्ता जाम कर दिया। उनका कहना है कि जब तक आरोपी पकड़े नहीं जाते, वह यहीं बैठकर धरना देते रहेंगे, तभी जाकर शव का अंतिम संस्कार करेंगे।

बीच सड़क पर शव रखकर हंगामा करते हुए परिजन और ग्रामीण।

पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव बरामद किया और मृतक की पहचान 39 वर्षीय हुकमाराम मेघवाल के रूप में की। वह नागौर जिले के मीठा मांजरा गांव का रहने वाला था। जिसकी निर्दयतापूर्वक हत्या कर शव को लालगढ़ से जोगलसर सड़क मार्ग के बीच फेंक दिया। सोमवार को परिजनों ने भीम सेना के साथ मिलकर सड़क पर शव रखकर रास्ता जाम किया।

पुलिस शिकायत के मतुाबिक, यह मामला प्रेम प्रंसग से जुड़ा हुआ है और साल 2011 में शुरू हुआ था। हुकमाराम गांव की ऊंची जाती की लड़की से प्रेम करता था। इस बात की भनक उसके भाई किशन सिंह को लगी तो वह मृतक से रंजिश रखने लगा। हालांकि साल 2011 में आपसी समझाइस के बाद विवाद खत्म हो गया था। लेकिन युवती का भाई फिर भी हुकमाराम से रंजिश रखता था। बताया जाता है कि वह कई बार उसे जान से मारने की धमकी दे चुका था।

बात दो दिन पहले 8 अगस्त की रात की है, जब हुकमाराम अपनी पत्नी और बच्चों को लेकर खेत पर फसल देखने के लिए निकल रहा था। इसी दौरान बीच रास्ते में किशन सिंह ने रोककर पूछा इतनी रात को कहां जा रहा है। फिर देखते ही देखते वह पीड़ित को गालियां देने लगा और लाठियों से वार करना शुरू कर दिया। हालांकि मामला शांत हो गया। फिर कुछ देर बाद किशन सिंह ने गांव के लोगों और साथियों के साथ मिलकर पहले मृतक का अपहरण कराया, इसके बाद उसकी हत्या कर दी।

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