बीजेपी के घोषणापत्र पर राहुल गांधी का तंज, कहा—झलक रहा है घमंड

नई दिल्ली। बीजेपी के घोषणापत्र पर राहुल गांधी ने हमला किया है। राहुल गांधी ने बीजेपी के घोषणापत्र को एक आदमी की आवाज, अदूरदर्शी और अहंकारी बताया है। कांग्रेस का घोषणापत्र विचार विमर्श के बाद बनाया गया था। देश के करीब 10 लाख लोगों की आवाज बुद्धिमतापूर्ण और शक्तिशाली है। बीजेपी का घोषणापत्र बंद कमरे में तैयार किया गया था। वो एक आदमी की आवाज है जो अदूरदर्शी और अहंकारी है। साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस का घोषणा-पत्र चर्चा के माध्यम से तैयार किया गया है और यह सशक्त भारतीयों की आवाज है, मगर बीजेपी का घोषणा-पत्र एक बंद कमरे में तैयार किया गया है, जो अलग-थलग पड़ चुके आदमी की आवाज है।
आपको बता दें कि कांग्रेस ने कल अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी किया था। बीजेपी ने संकल्प पत्र में देश के विभिन्न हिस्सों में चरणबद्ध तरीके से घुसपैठियों को निकालने के लिये एनआरसी लागू करने, जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा संबंधी अनुच्छेद 370, 35ए समाप्त करने तथा अयोध्या में राम मंदिर के शीघ्र निर्माण सहित कई वादे किये। बीजेपी ने अपने घोषणापत्र में छोटे और सीमांत किसानों को पेंशन देने वादा किया है। 60 साल से उपर के किसानों को पेंशन मिलेगा। छोटे और सीमांत किसानों के अलावा बीजेपी ने छोटे व्यापारियों को भी पेंशन देने का वादा किया है। पार्टी की इस घोषणा को एक बड़े कदम के तौर पर देखा जा रहा है। पार्टी ने अलग से जल शक्ति मंत्रालय भी बनाने का वादा किया है। इसके अलावा बीजेपी ने वादा किया है कि किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड पर एक लाख तक का जो लोन मिलता था, उस पर अगले पांच साल के लिए कोई ब्याज नहीं देना होगा। उद्योग-धंधों की सुगमता के लिए राष्ट्रीय व्यापार आयोग के गठन का भी वादा किया गया।
बीजेपी द्वारा 2019 लोकसभा चुनाव के लिए जारी घोषणापत्र पर कांग्रेस ने जमकर हमला बोला है। कांग्रेस ने इसे ‘झांसापत्र’ और झूठ का गुब्बारा करार दिया है। कांग्रेस ने बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि इससे अच्छा होता कि बीजेपी माफीनामा जारी कर लेती। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि पिछले 5 साल में बीजेपी ने कुछ नहीं किया। अहमद पटेल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के घोषणापत्र में कहा गया है कि अब न्याय होगा और अब न्याय होकर रहेगा। उन्होंने कहा, ‘झूठ का गुब्बारा ज्यादा समय तक नहीं चलने वाला है। सब लोगों को हमेशा के लिए गमुराह नहीं किया जा सकता है।’

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