यूनिक समय, नई दिल्ली। मेटा ने खराब प्रदर्शन करने वाले 3,600 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाने का फैसला लिया है। यह निर्णय कंपनी के मालिक मार्क जुकरबर्ग द्वारा लिया गया है। कंपनी को इनके काम से संतुष्टि नहीं है इसीलिए अब इनकी जगह नई भर्तियां की जाएगी। मार्क जुकरबर्ग के इस फैसले से कंपनी के लगभग 5 प्रतिशत कर्मचारी प्रभावित हो सकते है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप के मालिकाना हक वाली कंपनी, मेटा में 72,000 से अधिक कर्मचारी हैं। मेटा के इस फैसले का प्रभाव सबसे ज्यादा उन कर्मचारियों पर पड़ेगा, जो लंबे समय से कंपनी में काम कर रहे हैं। इस पर कंपनी का कहना है की, कंपनी कर्मचारियों के प्रदर्शन का मूल्यांकन करेगी और जो उम्मीद के अनुसार परफॉर्म नहीं करेगा उसे अपनी नौकरी गंवानी पड़ सकती है।
मेटा के मालिक मार्क जुकरबर्ग ने कहा, “मैंने अब परफॉर्मेंस का स्तर बढ़ाने और काम न करने वाले कर्मचारियों को जल्दी बाहर करने का निर्णय लिया है। यह फैसला कंपनी में सबसे बेहतर टैलेंट रखने और नए लोगों की भर्तियां करने के लिए लिया गया है।”
बता दें कि मेटा पिछले कुछ समय से काफी सुर्खियों में बना हुआ है। मार्क जुकरबर्ग ने इस महीने कंपनी की कंटेट मॉडरेशन पॉलिसी में भी बदलाव किये थे। उन्होंने कहा था कि मेटा अब अपना फैक्ट-चेकिंग प्रोग्राम बंद कर रही है।
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