स्कूल ने जिसे कमजोर छात्रा बताकर कभी घर का रास्ता दिखा दिया था, उसी बेटी के नाम आज मेमोरी में गिनीज बुक का विश्व रिकार्ड है। दो ¨स¨गग शो के विजेता हेमंत ब्रजवासी स्कूल में कुछ खास नहीं कर पाते थे। मशहूर डांसर योगेश तो स्कूल जाने के नाम पर रो पड़ते थे। इस कारण उनके पिता की प्राइवेट नौकरी तक छूट गई। कभी अच्छे मार्क्स के लिए जूझने वाले यह बच्चे, आज अपने क्षेत्र में एक स्थापित नाम बन चुके हैं।
मेमोरी गर्ल के रूप में पहचान बना चुकीं प्रेरणा शर्मा की मां ऊषा शर्मा बताती हैं कि पढ़ाई में कमजोर होने के कारण प्रेरणा को एक बार स्कूल से निकाल दिया गया। उसका मनोबल गिरने नहीं दिया, यही वो सीढ़ी थी जो उसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड तक ले गई। शुरुआत में तो वह पढ़ने में कमजोर थी, बीमार रहने के कारण उस पर ज्यादा दबाव भी नहीं बनाया जाता था। टीचर्स ना पढ़ने की शिकायत लेकर घर तक आते थे। पढ़ाई छोड़ उसने मेमोरी को को¨चग की, स्वयं सीखा भी और बच्चों को भी सिखाया। वर्ष 2016 में उसने यूएसए के नाम दर्ज गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड को तोड़ा। इसके अलावा वह आगरा मंडल में पहली बार रानी लक्ष्मीबाई अवार्ड से नवाजी गई। आज उसका नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड व लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी दर्ज है।
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