मुंबई। गाड़ी चलाने वाले को हमेशा टायर के पंचर होने और टायर की हवा निकलने का डर सबसे ज्यादा रहता है। हालांकि बाजार में ट्यूबलेस टायर आ चुके हैं जो कि पंचर होने के बावजूद लंबी दूरी तक कर सकते हैंं। लेकिन अब दुनिया की जानी-मानी कंपनी Michelin और जनरल मोटर्स ने कारों के लिए नई जनरेशन के ‘एयरलेस व्हील’ टेक्नोलॉजी पेश की है. इस तकनीक को Uptis (यूनिक पंचरप्रूफ टायर सिस्टम) कहा जाता है. इसमें हवा नहीं भरी जाती है. इसलिए इसके पंचर होने का डर नहीं रहता है।
ज्वाइंट रिसर्च एग्रीमेंट के तहत दोनों कंपनियों को 2024 की शुरुआत में यात्री मॉडल पर Uptis को पेश करने के लक्ष्य के साथ प्रोटोटाइप पर करा करेंगे. Michelin और जनरल मोटर्स प्रोटोटाइप पर काम कर रहे हैं और इसमें शुरुआत शेवरले बोल्ड ईवी से करने जा रहे हैं. इस साल के अंत तक कंपनियां मिशिगन में बोल्ट ईवी वाहनों के परीक्षण बेड़े पर अपटिस का वास्तविक परीक्षण शुरू करेंगे.
इस टायर में इस तरह के मैटेरियल का प्रयोग किया है जो कि प्रेसर पड़ने पर फ्लेक्सिबल हो सकता है और ज्यादा से ज्यादा भार सहने की क्षमता रखता है. इस टायर को आज के समय के अत्याधुनिक वाहनों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है. इसके अलावा इस टायर के लिए किसी भी तरह की मेंटेनेंस की भी कोई जरुरत नहीं होगी. यानी कि ये टायर लंबे समय तक प्रयोग किया जा सकेगा.
मिशलिन पिछले पांच सालों से एयरलेस टायर्स पर काम कर रहा है. यह फ्लैट टायर और ब्लोआउट के जोखिम को खत्म कर देगा. दुनियाभर में लगभग 200 मिलियन टायर हर साल समय से पहले पंक्चर, सड़क के खतरों से नुकसाल या हवा के कम प्रेशर की वजह से खराब हो जाते हैं. अपटिस प्रोटोटाइप के जरिए ये कम हो सकता है.
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