शिक्षा संवाददाता
मथुरा। जीएलए विश्वविद्यालय विद्यार्थियों को हुनरमंद बनाने से लेकर रोजगारपरक शिक्षा प्रदान करने के लिए लगातार राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय संस्थानों से हाथ मिला रहा है। जीएलए विश्वविद्यालय ने एक और अन्तर्राष्ट्रीय संस्थान एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी थाईलैंड के साथ एमओयू साइन किया है।
मथुरा। जीएलए विश्वविद्यालय विद्यार्थियों को हुनरमंद बनाने से लेकर रोजगारपरक शिक्षा प्रदान करने के लिए लगातार राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय संस्थानों से हाथ मिला रहा है। जीएलए विश्वविद्यालय ने एक और अन्तर्राष्ट्रीय संस्थान एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी थाईलैंड के साथ एमओयू साइन किया है।
दोनों संस्थानों पदाधिकारियों ने संबंधित शैक्षणिक क्षेत्रों में एक दूसरे को पारस्परिक लाभ का आश्वासन दिया। कहा कि छात्रों और शिक्षकों के लिए अन्य कार्यक्रमों पर काम करने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता जीएलए विश्वविद्यालय के कुलसचिव अशोक कुमार सिंह और एआइटी थाईलैंड के वाईस प्रेसीडेंट प्रो. शोभाकर ढकाल के हस्ताक्षर के बाद से ही प्रभावी हो गया है।
जीएलए के डीन इंटरनेशनल रिलेशंस एंड एकेडमिक कोलॉबोरेशन प्रो. दिलीप कुमार शर्मा ने आशा व्यक्त की कि यह एमओयू दोनों मेगा विश्वविद्यालयों के बीच शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक लंबा रास्ता तय करेगा।
जीएलए के डीन इंटरनेशनल रिलेशंस एंड एकेडमिक कोलॉबोरेशन प्रो. दिलीप कुमार शर्मा ने आशा व्यक्त की कि यह एमओयू दोनों मेगा विश्वविद्यालयों के बीच शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक लंबा रास्ता तय करेगा।
एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एआईटी) और जीएलए विश्वविद्यालय के इस समझौता ज्ञापन समारोह में भाग लेने वालों में एआईटी के प्रेसिडेंट डॉ. ईडन वूनय, शैक्षणिक मामलों के (वाइस प्रेसिडेंट) प्रो. शोभाकर ढकालय, स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के डीन प्रो डाइटर ट्रय, अंतर्राष्ट्रीय मामलों के कार्यालय के निदेशक शॉन पी. केलीय, विशेष डिग्री कार्यक्रम के एआईटी निदेशक प्रो. नितिन त्रिपाठी, सार्वजनिक मामलों के कार्यालय (ओपीए) के उप निदेशक संजीत अमात्य और ओआईए के समन्वयक डॉ सुमना श्रेष्ठ आदि उपस्थित थे। जीएलए विवि से बिजनेस मैनेजमेंट विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अवनीश शर्मा रहे। कुलपति प्रो. फाल्गुनी गुप्ता, सीईओ नीरज अग्रवाल, सीएफओ विवेक अग्रवाल, प्रतिकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता ने आशा व्यक्त की कि यह एमओयू छात्रों और शिक्षकों के लिए फायदेमंद होगा। साथ ही निकट भविष्य में दोनों विश्वविद्यालय फैकल्टी, छात्रों और स्टाफ एक्सचेंज प्रोग्राम शुरू करेंगे।
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