लखनऊ में बवाल: 7 दिनों तक बंद रहेगा नदवा कॉलेज, छह जिलों में धारा 144 लागू

लखनऊ. देश भर में चल रहे नागरिकता संशोधन बिल पर बवाल की चिंगारी अब राजधानी लखनऊ में आ गई है। नदवा कॉलेज के छात्रों ने परिसर के बाहर प्रदर्शन किया। रव‍िवार रात करीब पांच सौ छात्रों के समूह ने गोमती बंधे पर जाम लगा दिया। हंगामे में स्थानीय लोग भी शामिल हो गए। काफी देर तक चले हंगामे की जानकारी पुलिस को नहीं थी। नदवा कॉलेज के छात्रों का देर रात से चल रहा हंगामा सोमवार सुबह और बढ़ गया। सात दिनों तक नदवा कॉलेज बंद करवाने का आदेश आ गया है। इस दौरान छात्रों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। वहीं बवाल को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी प्रदेशवासियों से शांति और सौहार्द की अपील की है।

छह जिलों में धारा 144 लागू

एएसपी ट्रांसगोमती राजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि हंगामे या सड़क जाम की कोई घटना नहीं हुई है। पुलिस रूटीन गश्त पर निकली है। वहीं सोमवार सुबह छात्र फ‍िर से सड़क पर उतर आए और प्रदर्शन करनेे लगे। तनाव पूर्ण स्‍थ‍ित‍ि को देखते हुए मौके पर मौके पर डीएम और एसपी डटे हुए हैं। लखनऊ ज‍िला प्रशासन ने तनाव को देखते हुए शहर धारा 144 लागू कर दी है। उत्तर प्रदेश पुलिस महानिरीक्षक (कानून व्यवस्था) प्रवीण कुमार ने बताया है कि प्रदेश में शांति के लिए सब चौकस है पूरी तरह से एहतियात बरती जा रही है। अलीगढ़, बुलंदशहर, कासगंज, मेरठ, सहारनपुर और बरेली में धारा 144 लागू कर दी गई है। मेरठ सहारनपुर अलीगढ़ में इंटरनेट सेवाओं पर अस्थाई प्रतिबंध लगा दिया गया है।

सीएम योगी ने शांति बनाए रखने की की अपील

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों से शांति और सौहार्द की अपील की है। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि नागरिकता संशोधन कानून के संदर्भ में कुछ निहित स्वार्थी तत्वों द्वारा फैलाई जाने वाली किसी भी प्रकार की अफवाह पर ध्यान न दें। उन्होंने कहा है कि प्रदेश सरकार हर नागरिक को सुरक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए यह भी आवश्यक है कि सभी के द्वारा कानून का पालन किया जाए। राज्य में कायम अमन चैन के माहौल को प्रभावित करने की किसी को अनुमति नहीं हैं। मुख्यमंत्री ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय परिसर के बाहर हुए विरोध प्रदर्शन के बाद डीजीपी ओपी सिंह से रिपोर्ट मांगी है।

16-17 पुलिस अधिकारी चोटिल

वहीं डीजीपी ओपी सिंह का कहना है कि जामिया की घटना के बाद अफवाहें फैलीं और एएमयू के छात्र एकत्र हो गए। पुलिस ने उन्हें समझाने की कोशिश की और उनसे कहा कि परिसर से बाहर न निकलें, जिस पर छात्रों ने पत्थर फेंके। इस पर पुलिस ने भी आंसू गैस के गोले दागे। इस दौरान कम से कम 16-17 पुलिस अधिकारियों को भी चोटें आईं। मामला दर्ज किया गया। अब स्थिति नियंत्रण में है।

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