छत्तीसगढ़ के युवकों ने राजापुर में खोला था फर्जी मैट्रिमोनियल साइट, तीन युवक और पांच युवतियों को साइबर थाने की पुलिस ने किया गिरफ्तार
फर्जी मैट्रिमोनियल साइट और कॉल सेंटर खोलकर शादी के नाम पर ठगी करने वाले एक बड़े गैंग का साइबर थाने की पुलिस ने मंगलवार को खुलासा किया। आईजी डॉ. राकेश सिंह ने बताया कि छत्तीसगढ़ के रितिक कुमार, देवेंद्र कुमार, यानेंद्र कुमार भारती और पांच युवतियों को पुलिस से गिरफ्तार किया है। इनके पास से दो सीपीयू, दो मॉनिटर, दो कीबोर्ड, दो माउस, मोहर, 30 रजिस्टर, 9 फर्जी आधार कार्ड की कॉपी, सात एटीएम कार्ड और बैंक का पासबुक आदि बरामद हुआ है।
गैंग का सरगना रितिक बीए पास है। उसके साथी इंटर व पांचवीं पास हैं। पुलिस की मानें तो शातिरों ने रॉयल, मेरी पार्टनर और पवित्र रिश्ता जैसे फर्जी मैट्रिमोनियल साइट्स बनाया था। दो महीना पहले तीनों ने राजापुर में एक कॉल सेंटर खोला था। यहां पर राजापुर, अशोक नगर, मुट्ठीगंज आदि मोहल्ले की पांच लड़कियों को कॉलिंग के लिए रखा था। इन्हें पांच हजार रुपये महीना और ज्यादा रजिस्ट्रेशन कराने पर कमीशन अलग से मिलना था। इन लड़कियों की मदद से फर्जीवाड़ा करके शातिर ठगी करते थे। इनके खिलाफ पुलिस ने साइबर अपराध और फर्जीवाड़ा करने का मुकदमा दर्ज किया। इनकी गिरफ्तारी में साइबर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर राजीव तिवारी और उनकी टीम शामिल रही। दो साल पहले भी इस गैंग ने प्रयागराज में कॉल सेंटर खोलकर ठगी की थी।
कैसे करते थे ठगी
-मेरी पार्टनर और पवित्रा जैसी फर्जी मैट्रिमोनियल साइट बनाकर संपर्क किया
-असली मैट्रिमोनियल में लड़की के नाम से रजिस्ट्रेशन कराकर डेटा एकत्र किया
-कॉलिंग करने वाली लड़कियां शादी के लिए परेशान लड़कों को कॉल करती थीं
-अपनी फर्जी साइट से उनको सुंदर लड़कियों की फोटो और जानकारी भेजती थीं
-मॉडल और फेसबुक से लड़कियों की फोटो लेकर फर्जी प्रोफाइल बनाते थे शातिर
-तीन हजार से पांच हजार रुपये जमा करने पर लड़कियों का बायोडेटा भेजते थे
-किसी भी लड़की का ऑनलाइन साफ्टवेयर से फर्जी आधारकार्ड भी तैयार करते थे
-इसके बाद कॉलिंग करने वाली लड़कियां दूल्हे से फोन पर मीठी-मीठी बात करती थीं
-रुपये जमा होने के दो से तीन दिन बाद शादी से इनकार कर उस नंबर को ब्लॉक कर देती
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