छात्र की दर्दभरी दास्तां: पहले किया सामूहिक दुष्कर्म, मजार के पास फेंक कर हुए फरार

बरेली। उत्तर प्रदेश में एक तरफ गैंगरेप के आऱोपियों को पुलिस कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने में जुटी हुई है। वहीं दूसरी तरफ आरोपी बड़ी घटनाओं को अंजाम देने से चूक नहीं रहे हैं। बरेली में दिनदहाड़े आरोपियों ने बिथरी चैनपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली 12 वर्षीय सातवीं की छात्रा का स्कूल के बाहर से अपहारण कर लिया। छात्रा ने आरोप लगाया कि रातभर बंधक बनाकर चार युवकों ने उसके साथ गैंगरेप किया और बाद में बारादरी थाना क्षेत्र के शाहदाना मजार के पास फेंककर भाग गए।

बरेली के बिथरीचैनपुर थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी छात्रा शुक्रवार सुबह वह स्कूल गई, लेकिन दोपहर तक वह घर नहीं लौटी। परिजन उसे तलाशते हुए स्कूल पहुंचे, तो पता चला कि वह स्कूल के अंदर आई ही नहीं थी। काफी तलाश के बाद किशोरी का पता नहीं चला, तो परिजनों ने गुमशुदी दर्ज कराई। शनिवार को अचानक किशोरी घर पहुंची और बताया कि उवैश और नदीम के साथ दो अन्य युवकों ने उसे नशीला पदार्थ सुंघाकर उसका अपहरण कर लिया। उसे एक कमरे में बंधक बनाया गया और वहां उसके साथ चारों ने गैंगरेप किया और शनिवार उसे 10 बजे बारादरी थाना क्षेत्र के शाहदाना मजार के पास छोड़ गए। इसके बाद उसने राहगीरों की मदद से पिता को फोन किया।

परिजनों का आरोप है कि घटना की तहरीर देने पर पुलिस ने सिर्फ दो आरोपियों के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज किया है। दुष्कर्म का मामला दर्ज नहीं किया है। मामले में एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध ने मुकदमे में धारा बढ़ाने के आदेश दिया है। उन्होंने बताया कि दो आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है। उनसे पूछताछ के बाद दो अज्ञात आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास भी किए जा रहे हैं।

इंस्पेक्टर शितांशु शर्मा ने बताया कि जब तहरीर दी थी तो बेटी मिली नहीं मिली थी। इसलिए अपहरण का मुकदमा दर्ज किया गया है। पीड़िता के मिलने पर उसे मेडिकल के लिए भेज दिया गया है। मेडिकल के आधार पर धारा बढ़ाई जाएंगी। पुलिस ने आरोपित उवैश और नदीम को गिरफ्तार कर लिया। अज्ञात दो आरोपियों की तलाश की जा रही है।

मामले की जानकारी हिंदू गोरक्षा दल के महानगर अध्यक्ष हिमांशु पटेल को हुई, तो उन्होंने गैंगरेप का मुकदमा दर्ज नहीं होने पर रविवार को प्रदर्शन की बात कही। पूछताछ के दौरान किशोरी ने बताया कि शाहदाना से बाइक सवार एक युवक और बुर्का पहने एक औरत उसे गांव के बाहर छोड़ गए। वह उन दोनों को नहीं जानती। पीड़िता ने बताया कि उवैश और नदीम फल का ठेला लगाते हैं।

 

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