
यूनिक समय, नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर में भारत के हाथों करारी हार खाने के बाद पाकिस्तान अब झूठे प्रचार के सहारे अपनी साख बचाने की कोशिश कर रहा है। हाल ही में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सेना प्रमुख असीम मुनीर को एक तस्वीर भेंट की, जिसमें दावा किया गया कि यह ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय ठिकानों पर हमले का दृश्य है।
इस तस्वीर में कई मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर एक साथ फायर करते दिखाई दे रहे हैं, जिससे आग का बड़ा गुबार उठा हुआ नजर आता है। इसे पाकिस्तानी सेना की शक्ति का प्रतीक बताया गया। मगर जब इस तस्वीर का सत्यापन किया गया, तो हकीकत सामने आई—यह तस्वीर न तो हाल की है, न ही पाकिस्तान की।
दरअसल, यह फोटो 2019 में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) की रॉकेट फोर्स के एक सैन्य अभ्यास के दौरान ली गई थी। यह तस्वीर PLA की आधिकारिक वेबसाइट पर भी उपलब्ध है। जैसे ही यह तथ्य सामने आया कि शरीफ ने मुनीर को चीन की पुरानी तस्वीर भेंट की है, पाकिस्तान के भीतर ही सरकार का खूब मजाक उड़ाया जाने लगा।
यह पहला मौका नहीं है जब पाकिस्तान ने झूठे प्रचार का सहारा लिया हो। ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाक विदेश मंत्री इसहाक डार ने संसद में लंदन के एक अखबार की कथित रिपोर्ट दिखाकर भारत की वायुसेना की निंदा करने की कोशिश की थी। बाद में खुद एक पाकिस्तानी अखबार ने खुलासा किया कि वह रिपोर्ट असली नहीं थी, बल्कि फोटोशॉप की गई हेडलाइन थी।
इतना ही नहीं, रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक अंतरराष्ट्रीय चैनल को दिए इंटरव्यू में भारत के फाइटर जेट को लेकर सोशल मीडिया के आधार पर बड़े-बड़े दावे किए थे।
कुल मिलाकर, पाकिस्तान में सरकार और सेना भारत के खिलाफ कथित “सफलता” दिखाने के लिए फर्जी तस्वीरों और मनगढ़ंत बयानों का सहारा ले रही है। इससे न सिर्फ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसकी साख गिर रही है, बल्कि घरेलू मोर्चे पर भी उसे जनता की आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।
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