प्रभु दर्शन दो: अपना दुख दर्द ठाकुर के दरबार में रखेंगे श्रद्धालु

महेश वाष्र्णेय
यूनिक समय, मथुरा। कोरोना काल में ठाकुरजी के दर्शन बिना रहने वाले श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी। वह कल से अपने आराध्य के दर्शन कर सकेंगे। अपना दुख दर्द ठाकुर के दरबार में रख सकेंगे।

श्रीकृष्ण-जन्मस्थान सेवा-संस्थान के सचिव कपिल शर्मा द्वारा प्रबंध-समिति के साथ की गई वर्चुअल चर्चा के बाद आम दर्शनार्थियों के लिए श्रीकृष्ण जन्मभूमि के दर्शन की सुविधा एक जून से आरंभ करने के निर्देश दिये गये हैं।

नई व्यवस्था के अनुसार एक जून से दर्शन का समय प्रात: 7 बजे से 12 बजे तक एवं सांय में अपरान्ह 3.30 बजे से सायं 6.30 बजे तक नियत किया गया है। प्रबंध-समिति के वरिष्ठ सदस्य गोपेश्वरनाथ चतुर्वेदी ने बताया कि दर्शनार्थियों की सुविधा हेतु प्रवेश द्वारों पर थर्मल स्कैनिंग, सेनेटाइजिंग आदि की व्यवस्थाएं पूर्ण कर ली गयी हैं। चर्चा में संस्थान के संयुक्त मुख्य अधिशासी राजीव श्रीवास्तव, विशेष कार्याधिकारी विजय बहादुर सिंह, मंदिर अधिकारी अनुराग पाठक आदि शामिल थे। वृंदावन स्थित ठाकुर बांकेबिहारी महाराज मंदिर एक जून से आम श्रद्धालुओं के लिए खुल जाएगा। मंदिर उप प्रबंधक उमेश सारस्वत के मुताबिक आन लाइन रजिस्टे्रशन कराने वालों को दर्शन मिलेंगे। सायं 6.30 बजे दर्शन आम श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए जाएंगे। स्थानीय श्रद्धालुओं को आधार कार्ड के साथ दर्शन के लिए मंदिर में प्रवेश मिल सकेगा। मंदिर में प्रवेश करने से पहले मंदिर के अंदर आने पर थर्मल स्क्रीनिंग होगी। उसके बाद सैनिटाइज किया जाएगा। मुंह पर मास्क लगा होना चाहिए। बच्चे और वृद्धों को प्रवेश नहीं मिलेगा।

मथुरा स्थित राजधिराज ठाकुर द्वारिकाधीश महाराज मंदिर आम श्रद्धालुओं के लिए दो जून से खोला जाएगा। यह जानकारी पुष्टिमार्गीय संप्रदाय के ठाकुर द्वारकाधीश मंदिर के मीडिया प्रभारी राकेश तिवारी ने दी। उन्होंने बताया कि मंदिर में ठाकुरजी की दो झांकी सुबह और दो झांकी शाम को खुलेगी। प्रथम झांकी 8:15 से 8:45 तक और द्वितीय झांकी 10:15 से 11:00 बजे तक और सायंकाल को 4:45 से 5:15 तक और 6:15 से सायं काल 7:00 बजे तक इस प्रकार 4 झांकियों में दर्शन होंगे। परिक्रमा बंद रहेगी। गाइडलाइन के अनुसार मंदिर के मुख्य गेट पर एक बार में केवल 5-5 करके भक्तों को प्रवेश दिया जाएगा। बगैर मास्क के किसी को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। मंदिर के अंदर आने पर थर्मल स्क्रीनिंग होगी और उसके बाद सैनिटाइज किया जाएगा। भक्तों को दर्शन होंगे। इस व्यवस्था में एक गेट से भक्तों का प्रवेश होगा और दूसरे गेट से भक्तों के निकास की व्यवस्था की गई है। इसी क्रम में अन्य मंदिरों को भी खोलने की तैयारी चल रही है।

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