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यूनिक समय, मथुरा। वर्ष 2025 तक देश से टीबी को जड़ से खत्म करने के उद्देश्य से चलाई जा रही ‘देश जीतेगा-टीबी हारेगा’ योजना में प्राइवेट चिकित्सकों की भागीदारी और भी बढ़ाई जा रही है। इसी क्रम में एक होटल में आईएमए के सदस्यों के साथ बैठक का आयोजन किया गया। विश्व स्वास्थ्य संगठन सलाहकार डा. प्रदीप सी बी ने कहा कि मरीजों की सही जांच और समुचित उपचार आवश्यक है। यह जरूरी है कि हम सभी चिन्हित मरीजों के उचित जांच से यह पता लगाएं की मरीज की बीमारी की स्थिति क्या है ऐसा न करने से उसे सही उपचार नहीं मिलेगा और मरीज एमडीआर में बदल जाएगा ।
सीएमओ डा. रचना गुप्ता ने कहा कि क्षय रोगी किसी भी दशा में दवा का सेवन न छोड़ें, इस ध्येय से क्षय रोगियों को निजी चिकित्सकों के जरिए इलाज करवाने और उन्हें पंजीकृत कराने की व्यवस्था की गई है। जिला पी पी एम समन्वयक आलोक तिवारी ने बताया कि टीबी रोगी की जानकारी देना निजी चिकित्सक के लिए अनिवार्य है। महापौर डा. मुकेश आर्य बंधु की अध्यक्षता में 24 मार्च को क्षय रोग दिवस मनाया जाएगा। अभियान की प्रगति से लोगों को अवगत कराएंगे।
आईएमए इकाई के अध्यक्ष डॉ अनिल चौहान ने सभी निजी चिकित्सकों से सहयोग की अपेक्षा की है। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. संजीव कुमार यादव के अनुसार क्षय रोगियों के पोषण के लिए निक्षय पोषण योजना के तहत प्राइवेट चिकित्सकों को प्रोत्साहित किया जाएगा।कार्यक्रम में संयुक्त निदेशक डा. रविन्द्र गुप्ता, उप जिला क्षय रोग अधिकारी डा. आलोक कुमार, डा. रोहताश कौर तथा जिला पीपीएम समन्वयक के सचिव डा. मनोज गुप्ता आदि ने भाग लिया।
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