
यूनिक समय, मथुरा। वृंदावन और नंदगांव के बाद अब बरसाना स्थित प्रसिद्ध लाडलीजी मंदिर में बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर और न्यास अध्यादेश के विरोध में आवाजें बुलंद हो गई हैं। नंदगांव और बरसाना के गोस्वामियों ने इस सरकारी योजना को ब्रज संस्कृति के विरुद्ध बताते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
लाडलीजी मंदिर परिसर में मुखिया रामभरोसे गोस्वामी की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन हुआ, जिसमें सेवायतों ने सरकार से मांग की कि मंदिरों के संचालन में किसी भी प्रकार का सरकारी हस्तक्षेप स्वीकार नहीं किया जाएगा। सभी ने एकमत से निर्णय लिया कि बरसाना और नंदगांव के सेवायत वृंदावन जाकर वहां के गोस्वामियों के आंदोलन में शामिल होंगे।
मंदिर के पुजारी माधव गोस्वामी और ललित गोस्वामी ने कहा कि सरकार की कॉरिडोर योजना से ब्रज की पारंपरिक सांस्कृतिक पहचान को खतरा है। बैठक में ऊंचागांव ललिता पीठ के पीठाधीश्वर कृष्णानंद भट्ट सूसठ महाराज, तुलसीराम गोस्वामी, प्रवीण गोस्वामी, चंद्रभान गोस्वामी, रामहरी गोस्वामी, नंदगांव से छैलबिहारी गोस्वामी, डॉ. हरीमोहन गोस्वामी, सुशील गोस्वामी, रमेश गोस्वामी और बिरजन गोस्वामी सहित अनेक सेवायत मौजूद रहे।
सभी ने यह स्पष्ट किया कि ब्रज की धार्मिक विरासत की रक्षा के लिए वे किसी भी स्तर पर आंदोलन करने को तैयार हैं और वृंदावन के गोस्वामियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं।
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