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नई दिल्ली। पहले ही प्रदूषण से परेशान देश की राजधानी दिल्ली अब कोरोना वायरस की मार भी झेल रही है। दिल्ली में कोविड-19 संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. दिल्ली सरकार के अलावा केंद्र भी यहां वायरस की रोकथाम के लिए रणनीतियां तैयार कर रही है। एक मीडिया न्यूज चैनल ने ऐसे में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन से बात की, जिन्होंने दिल्ली में बदलती महामारी की तस्वीर को लेकर कई बातें साझा कीं. पेश हैं उनसे बातचीत के कुछ अंश…
जैसे कपड़े पहनते हैं, वैसे मास्क भी पहनें
दिल्ली सरकार ने मास्क नहीं पहनने पर जुर्माने की राशी बढ़ाकर 2 हजार रुपये कर दी है. इसके अलावा कुछ समय से शटडाउन की भी खबरें बनी हुई हैं. इसपर स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का कहना है ‘हमने जुर्माना बढ़ाकर 2 हजार रुपये कर दिया है और इसका सकारात्मक असर दिखना चाहिए.’ उन्होंने कहा ‘अगर आप घर से बाहर निकल रहे हैं तो मास्क पहनें, कृपया घर के बाहर बगैर मास्क के न निकले. अपने लिए एक नियम तैयार कर लें. इसे एक आदत बना लें, जैसे आप कपड़ें पहनते हैं, जैसे चश्मा पहनने वाले लोग चश्मा पहनते हैं. जैसे ही घर से बाहर निकलें मास्क पहनें.’ हालांकि उन्होंने दिल्ली में 12 बाजारों के बंद होने की खबरों को अफवाह बताया हैै।
धीरे-धीरे कम होने लगे हैं मामले
दिल्ली में कोरोना टेस्टिंग की संख्या को बढ़ाए जाने की योजना है। इस बारे में जब जैन से पूछा गया कि इससे दिल्ली में मामले बढ़ने की संभावना है. इसपर उन्होंने बताया कि संख्या से ज्यादा जरूरी पॉजिटिविटी रेट होता है. पहले यह दर 15 फीसदी के ऊपर थी, जो अब घटकर 10.59 प्रतिशत पर आ गई है. हम यह कह सकते हैं कि धीरे-धीरे यह दर कम होने लगी है.
उन्होंने कहा कि कल हमारे सामने 6608 मामले आए थे, जबकि, पॉजिटिविटी रेट 10.59 फीसदी था. मामलों की संख्या और पॉजिटिविटी रेट धीरे-धीरे कम हो रहे हैं. मरीजों की मौत पर उन्होंने कहा कि दिल्ली में मॉर्टेलिटी रेट 1.58 फीसदी है, जो कि राष्ट्रीय दर के लगभग है. जून में औसत 3.5 से लेकर 4 प्रतिशत था. जून के बाद से ही इसमें कमी आने लगी है. उन्होंने बताया कि यह एक खतरनाक बीमारी है और इससे डरने की जरूरत है. कोविड-19 से संक्रिमित करीब 1.5 फीसदी लोगों की मौत हो रही है, यह एक दुर्भाग्य है।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि हमारे स्तर पर हमने नियमों की निगरानी के लिए कई टीम बनाई हुई हैं। ये टीमें निजी के साथ सरकारी अस्पतालों का भी दौरा करती हैं और हर चीज पर बारीकी से नजर रखती हैं. उदाहरण के लिए हमने जीवन एप लॉन्च किया है, ताकि अगर आपको होम आइसोलेशन के दौरान अस्पताल जाना पड़े तो इस एप का इस्तेमाल कर सकें. आप एक भी रुपया खर्च किए बगैर अस्पताल जा सकते हैं और घर वापस आ सकते हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली के अस्पतालों में अभी भी 7059 बिस्तर खाली हैं. दो दिन पहले ही हमने निजी अस्पतालों को आदेश दिये थे और 2644 बेड बढ़ाए हैं. जैन ने बताया कि हम आईसीयू बेड की संख्या भी बढ़ा रहे हैं।
स्पेनिश फ्लू का किया जिक्र
जैन ने कहा ‘मैं यह कह सकता हूं कि मामलों में गिरावट हो रही है. पॉजिटिविटी रेट 7 नवंबर को 15 प्रतिशत से अब 11 प्रतिशत पर आ गया है. एक हफ्ते बाद हम इस बात की पुष्टि कर सकते हैं कि यह नीचे गिर रहा है.’ हालांकि, उन्होंने यूरोपिय देशों का जिक्र कर बताया कि हम यह साफ नहीं कह सकते कि यह वायरस कैसे असर करेगा और यह कितने समय तक रहेगा. उन्होंने कहा ‘सौ साल पहले 1918 में आया स्पेनिश फ्लू दो साल यानी 1920 तक रहा था. कभी यह कम हो जाता था, कभी फिर बढ़ जाता था.’ उन्होंने कहा कि वैक्सीन आने पर ही हम यह बता पाएंगे कि इसे कैसे रोका जा सकता है।
एक ओर केंद्र सरकार पहले 30 करोड़ लाभार्थियों को टीका पहले लगाए जाने की बात कह रही है। वहीं, सत्येंद्र जैन का कहना है कि फिलहाल इस बात की सही जानकारी नहीं है कि वैक्सीन कब तक मिलेगी. कुछ कहते हैं कि जनवरी में आएगी, कुछ का कहना है कि बाद में। उन्होंने कहा ‘वैक्सीन सभी को मिलेगी।
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