नई दिल्ली। सीरिया पर मिसाइल हमलों के बाद अमेरिका और रूस में तनातनी बढ़ गई है। वहीं दक्षिणी सागर को लेकर चीन और अमेरिका के बीच तनाव है। इसको देखते हुए अमेरिका ने हाइपरसोनिक मिसाइल बनाने की तैयारी शुरु कर दी है। अमेरिका इस हाइपरसोनिक मिसाइल को रूस और चीन से बढ़ते खतरे को देखते हुए बना रहा है। अमेरिकी एयरफोर्स का कहना है कि हाइपरसोनिक मिसाइल तैयार करने में करीब 100 करोड़ डॉलर का खर्च आएगा। अमेरिका की वायुसेना ने बुधवार को ऐलान किया है कि हाइपरसोनिक मिसाइल की डिजाइन और डिवेलपमेंट के लिए 92 करोड़ का कॉन्ट्रैक्ट दे दिया गया है। यह मिसाइल आवाज से 5 गुना तेज रफ्तार से चलेगी। बता दें कि चीन और रूस पहले ही हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण कर चुके हैं। फरवरी में अमेरिका ने भी इसका परीक्षण किया था लेकिन यह सफल नहीं हो पाया था। यह मिसाइल दुनियाभर में कहीं भी निशाना लगाने में सक्षम है। रूस ने भी मार्च में हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण किया और दावा किया कि यह सफल रहा है। इन दोनों देशों द्वारा इन घातक मिसाइलों के परीक्षण के बाद अमेरिका अपनी सुरक्षा के लिए ऐसी ही घातक मिसाइल बनाने की तैयारी कर रहा है।
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