गमजदा हुआ माफिया अतीक, लॉकअप में बोरे पर लेटकर बहाता रहा आंसू

माफिया अतीक अहमद के बेटे असद को आज प्रयागराज के कसारी-मसारी कब्रिस्तान में खाक-ए-सुपुर्द कर दिया गया। वहीं उसके साथी गुलाम को भी दूसरी जगह दफना दिया गया। पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी हुई। इसको लेकर अतीक अहमद के पुश्तैनी घर से लेकर कब्रिस्तान तक सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गए थे। वहीं घर से लेकर कब्रिस्तान तक पुलिस की टीम पेट्रोलिंग भी करती रही। प्रयागराज में अतिरिक्त फोर्स भी मंगाई गई थी। पुराने शहर में खास निगहबानी की गई। रैपिड एक्शन फोर्स और पीएसी की आठ कंपनियां बाहर से बुलाई गईं। इन सभी को पुराने शहर में संवेदनशील जगहों पर तैनात किया गया था।

माफिया अतीक बेटे असद के जनाजे में शामिल नहीं होने पर है बेहद गमजदा है। लॉकअप के अंदर बोरे पर अतीक लेट गया है। पुलिसकर्मियों से कहा “बेटे के जनाजे में शामिल होना मेरा अधिकार था। अल्लाह सब कुछ देख रहा है, किसी को माफ़ नही करेगा। मेरे पूरे परिवार को तुम सब खत्म करना चाहते हो.” माफिया अतीक लॉकअप में विछिप्त जैसी हरकत कर रहा है।

माफिया अतीक ने धूमनगंज थाने के लॉकअप में बेटे असद का देखने की गुजारिश किया था। टीवी या फिर मोबाइल के जरिए असद के अंतिम संस्कार की प्रक्रिया को देखने की गुजारिश किया था। लॉकअप के अंदर से अतीक और अशरफ दोनो ने पुलिसकर्मियों से मिन्नत की थी। फिलहाल पुलिस ने जनाजे दिखाने से संबंधित कोई भी सुविधा उपलब्ध कराने से इंकार किया।

असद के परिवार के 20-25 करीबी यहां हैं। गुलाम के शव को अंतिम संस्कार के लिए दूसरी जगह ले जाया गया है। असद के नाना यहां हैं और वह असद के दाह संस्कार की प्रक्रिया को अंजाम दे रहे हैं।
सतीश चंद्र, एसपी, क्राइम, प्रयागराज

 

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