हरियाणा के फरीदबाद में गांव डबुआ में स्थित एक निजी स्कूल में शनिवार सुबह भीषण आग लग गई, जिससे स्कूल संचालक के दो बच्चों और पत्नी की मौत हो गई। इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गई है, खास कर उन अभिभावकों में, जिनके बच्चे इस स्कूल में पढ़ते थे। आग की यह घटना सुबह 7 बजे की है और अब आग पर काबू पा लिया गया है, लेकिन यह हादसा तीन लोगों की जिंदगी लील ले गया।
मिली जानकारी के मुताबिक, शनिवार सुबह 7 बजे डबुआ के एएनडी कॉन्वेंट स्कूल की इमारत में अचानक आग लग गई और स्कूल की बिल्डिंग के ऊपर रह रहे स्कूल संचालक के परिवार के 2 बच्चे और एक महिला आग की चपेट में आ गए।
इस बीच स्कूल से काला धुआं उठता देख चारों तरफ चीख पुकार मच गई और आनन फानन में कुछ स्थानीय लोगों ने फायर ब्रिगेड को इसकी सूचना दी। इस पर फायर ब्रिगेड और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों की मदद से राहत व बचाव का अभियान शुरू किया।
स्थानीय लोगों और पुलिस ने उन्हें बाहर निकाला और तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पर धुएं से दम घुटने के कारण महिला और उसके दो बच्चों की मौत हो गई। जान गंवाने वालों के नाम नीता (27), लकी (5) और यशिका (7) है।
बताया जा रहा है कि स्कूल की छुट्टियां चल रही हैं ऐसे में पढ़ने वाले बच्चे स्कूल में नहीं थे। वरना कोई बड़ा हादसा भी हो सकता था।
वहीं, अाग लगने के बाद स्थानीय लोग पहुंचे तो उन्हें स्कूल भवन में फंसे परिवार को बाहर निकालने में काफी दिक्कतें आईँ। किसी तरह स्थानीय लोगों ने पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने दूसरी मंजिल की खिड़की को तोड़ा और सीढ़ी के सहारे सभी को बाहर निकाला जा सका, लेकिन तब तक तीनों की मौत हो चुकी थी।
जहां दमकल विभाग के अधिकारी व कर्मचारी इस आग पर कुछ भी बोलने से कतराते नजर आए, वहीं बताया जा रहा है कि बिजली के शॉट सर्किट की वजह से यह आग लगी होगी। यहां की तस्वीरों बता रही हैं कि यह बेहद संकीर्ण स्थान है, क्योंकि यहां बिजली के तारों का जाल फैला हुआ है और रास्ते में ट्रांसफार्मर भी हैं।
यहां पर बता दें कि पिछले महीने 24 मई को गुजरात के सूरत शहर में एक वाणिज्यिक परिसर में आग लगने के बाद एक ‘कोचिंग क्लास’ के करीब 20 छात्रों की मौत हो गई, वहीं, छात्र आग से बचने के लिए खिड़कियों से कूदते नजर आए।
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