यूनिक समय ,नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी मिली है। यहां नक्सलियों के साथ हुई एक मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने 10 नक्सलियों को ढेर कर दिया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सुरक्षाकर्मियों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। उन्होंने बताया कि भेज्जी पुलिस थाने के अधिकार क्षेत्र में एक जंगल में सुबह गोलीबारी शुरू हुई। ये मुठभेड़ तब शुरू हुई जब सुरक्षाकर्मियों की एक टीम नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी। बता दें कि केंद्र सरकार का लक्ष्य है कि 2026 तक नक्सलवाद को समाप्त कर दिया जाएगा।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले के भेज्जी थाना क्षेत्र के अंतर्गत कोराजुगुड़ा, दंतेसपुरम, नागाराम और भंडारपदर के जंगल में मुठभेड़ का मामला सामने आया। यहां भुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों ने 10 नक्सलियों को ढेर कर दिया। उन्होंने बताया कि जिले के दक्षिण क्षेत्र में कोंटा और किस्टाराम एरिया कमेटी के नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना पर डीआरजी और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम को रवाना किया गया था। सुरक्षाकर्मियों की टीम जब भेज्जी थाना क्षेत्र के कोराजुगुड़ा, दंतेसपुरम, नागाराम और भंडारपदर गांव के जंगल-पहाड़ी में थी, तभी नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी।
वहीं जब गोलीबारी शुरू हुई तो सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई करनी शुरू कर दी। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ जारी है। सुरक्षाबलों ने अब तक कुल 10 नक्सलियों के शव बरामद कर लिए हैं। इसके अलावा अभी तक इंसास राइफल, एके 47 राइफल, एसएलआर और कई अन्य हथियार बरामद किए गए हैं। बता दें कि जनवरी 2024 से अब तक कुल 257 नक्सलियों को ढेर किया जा चुका है। इसके अलावा 861 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है और 789 ने आत्मसमर्पण किया है।
बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खात्मे की डेडलाइन भी बता दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार 31 मार्च, 2026 तक छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद को खत्म कर देगी। दरअसल, अमित शाह महाराष्ट्र के चंद्रपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने यह बात कही थी। अमित शाह ने कहा, ‘‘मोदी जी ने आतंकवाद और नक्सलवाद से देश को मुक्त कराने के लिए काम किया है। उन्होंने देश को समृद्ध बनाने और दुनिया में इसका सम्मान बढ़ाने के लिए काम किया है।’’ उन्होंने आगे कहा, ‘‘छत्तीसगढ़ में जो भी बचा (नक्सल खतरा) है, हम उसे 31 मार्च 2026 तक समाप्त कर देंगे।’’
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