अहमदाबाद में चौथे टेस्ट के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ऑस्ट्रेलिया के पीएम एंथनी एल्बनीज पहुंचे और खिलाड़ियों से मुलाकात की। दोनों देशों ने 75 साल की दोस्ती को क्रिकेट कूटनीति के तहत सेलीब्रेट किया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष ने अपने देशों के खिलाड़ियों से हाथ मिलाया। सांस्कृतिक कार्यक्रम से मेहमान पीएम का जोरदार स्वागत किया गया और बग्गी पर सवार होकर दोनों प्रधानमंत्रियों ने स्टेडियम का चक्कर लगाया। पीएम मोदी ने आस्ट्रेलियाई समकक्ष के एक पेंटिग भी गिफ्ट की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रेलिया के पीएम एंथनी एल्बनीज को पेंटिंग गिफ्ट की है, उस पर काफी शोर मचाया जा रहा है कि पीएम ने अपनी ही तस्वीर को गिफ्ट कर दिया। लेकिन यह पूरा सच नहीं है। दरअसल, पीएम मोदी ने जो पेंटिंग गिफ्ट की है, उसमें दोनों देशों के उन महान क्रिकेटर्स का कोलॉज है, जो इन वर्षों में अपने देशों के लिए खेले हैं। वहीं ऑस्ट्रेलिया के पीएम की पेटिंग में भी 75 साल के दौरान अपने-अपने देशों के लिए खेलने वाले महान खिलाड़ियों का कोलाज बना हुआ है। यह कोई नार्मल पेंटिंग नहीं है बल्कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 75 साल की दोस्ती और क्रिकेट कूटनीति का प्रमाण है, जिसे बेहतरीन तरीके से तैयार किया गया है।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच रिश्ते को मजबूत करने में क्रिकेट का बड़ा योगदान है। इस वक्त दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित टेस्ट सीरीज बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी चल रही है और इस मौके को दोस्ती मजबूत करने का आधार भारतीय प्रधानमंत्री ने बनाया। चौथे टेस्ट में पीएम मोदी ऑस्ट्रेलिया के पीएम के साथ क्रिकेट स्टेडियम पहुंचे। दोनों प्रधानमंत्रियों ने अपने-अपने कप्तानों को टेस्ट कैप सौंपी और राष्ट्रगान में भी शामिल हुए। भारत हमेशा से क्रिकेट कूटनीति को बढ़ावा देता रहा है। इंग्लैंड के पीएम भी भारत का मैच देखने लार्ड्स पहुंचे थे। बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना भी 2019 में मैच देखने भारत आई थीं। वहीं पीएम मोदी जब बांग्लादेश गए तो कप्तान शाकिब उल हसन की तारीफ की थी। वहीं विदेश मंत्री एस जयशंकर भी विदेशी दौरे पर क्रिकेट के उदाहरण देते हैं। भारत में हुए जी-20 समिट में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर एडम गिलक्रिस्ट और इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन शामिल हो चुके हैं।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच कूटनीतिक रिश्तों की शुरूआत 1941 में हुई। तब पहली बार सिडनी में भारत ने काउंसलेट जनरल का ट्रेड ऑफिस खोला। 1944 में ऑस्ट्रेलया ने भारत में अपना राजदूत नियुक्त किया। 1945 में भारत ने भी ऑस्ट्रेलिया में राजदूत नियुक्त किया। 2022 से दोनों देशों के बीच मुक्त व्यापार समझौता लागू हुआ और इससे दोनों देशों के बीच 23 अरब डॉलर का व्यापार ड्यूटी फ्री हुआ। भारत, ऑस्ट्रेलिया से करीब 17 अरब डॉलर का आयात करता है जबकि लगभग 11 अरब डॉलर का निर्यात करता है। भारत और ऑस्ट्रेलिया क्वाड के भी अहम सदस्य हैं।
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