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मुंबई। ऑनलाइन फ्रॉड करने वाले साइबर क्राइम करने के लिए कैसे-कैसे तरीके अपनाते हैं, इसका आपको पता होना चाहिए, ताकि धोखाधड़ी से बचा जा सके। बोरीवली गवर्नमेंट रेलवे पुलिस ने एक 26 वर्षीय कैब ड्राइवर को गिरफ्तार किया है, जो अपने बैंक अकाउंट कथित तौर पर ऑनलाइन धोखाधड़ी करने वालों को किराए पर देता था। गिरफ्तारी के बाद पता चला है कि आरोपी ने मुंबई के अलग-अलग बैंकों में जैसे- धारावी, माहिम और माटुंगा में 16 से ज्यादा अकाउंट खोल रखे थे। पढ़िए ऑनलाइन फ्रॉड की चौकाने वाली खबर…
बैंक अकाउंट्स किराए पर देना पार्ट टाइम बिजनेस बना लिया था
- गिरफ्तार आरोपी की पहचान शोभा मंडल के रूप में हुई है। जीआरपी के मुताबिक झारखंड का रहने वाला मंडल मुंबई के धारावी में रहता है और कैब चलाता है।
- जीआरपी अधिकारी पिछले साल जुलाई के महीने में दर्ज एक ऑनलाइन धोखाधड़ी मामले की जांच कर रहे थे। इसमें एक अज्ञात जालसाज ने कथित तौर पर 23 वर्षीय विरार निवासी रोशन सिंह को उसके बैंक खाते के केवाईसी को अपडेट करने के बहाने 44,000 रुपये की ठगी की थी।
- एक बीमा बैंक कंपनी में काम करने वाले रोशन सिंह, कांदिवली स्थित कार्यालय के रास्ते में थे, जब उन्हें अपने मोबाइल फोन पर एक लिंक के साथ एक संदेश मिला और केवाईसी अपडेट करने के लिए कहा। इसमें कहा गया कि अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया, तो उनका खाता ब्लॉक कर दिया जाएगा।
- रोशन सिंह ने लिंक पर क्लिक किया और आवश्यक विवरण भर दिया। सिंह को बाद में एक ओटीपी मिला। जब उन्होंने ओटीपी दर्ज किया, तो उन्हें अपने बैंक खाते से 44,715 रुपये के ट्रांसफर के दो मैसेज मिले। एक अधिकारी ने कहा कि सिंह बोरीवली जीआरपी पहुंचे और शिकायत दर्ज की।
- पुलिस अधिकारी ने कहा-“हमने आईटी अधिनियम सहित आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है और वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अनिल कदम की देखरेख में जांच शुरू की गई है।”
- अधिकारी ने कहा कि हमने उस बैंक खाते के विवरण का पता लगाया जिसमें राशि ट्रांसफर की गई थी। हमने इसकी डिटेल्स मुहैया कराने के लिए बैंक को लिखा। जैसे ही डिटेल्स मिली, धारावी क्षेत्र से आरोपी को पकड़ लिया।
पूछताछ में खुलासा हुआ है कि मंडल के शहर के अलग-अलग बैंकों में 16 खाते थे। मंडल ने यह भी कबूल किया और खुलासा किया कि वह झारखंड में ऑनलाइन जालसाजों को अपने खाते देता था और उन बैंक खातों में जमा राशि का 10 प्रतिशत कमीशन लेता था। - अधिकारी ने कहा कि मंडल एक कैब ड्राइवर के रूप में पूर्णकालिक काम करता था, लेकिन अधिक पैसा कमाने के लिए वह जालसाजों को अपने खाते देता था और कहता था कि यह उसका पार्ट टाइम बिजनेस था।
- एक अन्य अधिकारी ने कहा, हमने बैंक से उसके पूरे बैंक खाते का विवरण और जमा और निकाली गई राशि का विवरण देने को कहा है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि मंडल को अदालत में पेश किया गया और उसे पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
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