स्वानंद किरकिरे ने संदीप रेडी वांगा के डायरेक्शन में बनी एनिमल फिल्म देखी और उसमें खूब कमियां निकाली. स्वानंद के मुताबिक डायरेक्टर ने ये नई पीढ़ी का मर्द तैयार किया है, जो औरत पर हाथ उठाता है और उसे अपनी मर्दानगी समझता है. स्वानंद ने लिखा- आज एनिमल फिल्म देख कर मुझे सचमुच आज की पीढ़ी की स्त्रियों पर दया आयी!
रणबीर कपूर स्टारर एनिमल सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है. फिल्म को मिक्स्ड रिव्यू मिल रहे हैं. रणविजय के कैरेक्टर में रणबीर को जहां कई लोग खूब पसंद कर रहे हैं, वहीं कई लोग जमकर आलोचना भी कर रहे हैं. रणबीर के कैरेक्टर को महिला विरोधी बताया जा रहा है. सिंगर-एक्टर स्वानंद किरकिरे भी फिल्म में रणबीर के कैरेक्टर नाखुश नजर आए. उन्होंने ट्वीट कर लिखा- आज एनिमल फिल्म देख कर मुझे सचमुच आज की पीढ़ी की स्त्रियों पर दया आयी.
शर्मिंदा होता भारतीय सिनेमा
स्वानंद ने आगे लिखा- रणबीर के उस संवाद जिसमें वो अल्फा मेल को डिफाइन करता है और कहता है जो मर्द अल्फा नहीं बन पाते, वो सारे स्त्री का भोग पाने के लिए कवि बन जाते है और चांद तारे तोड़ कर लाने के वादे करने लगते हैं. मैं कवि हूं! कविता करता हूं जीने के लिए! मेरी कोई जगह है? एक फिल्म बहुत पैसे कमा रही है और भारतीय सिनेमा का गौरवशाली इतिहास शर्मिंदा हो रहा है! मेरी समझ से ये फिल्म हिंदुस्तानी सिनेमा के भविष्य को नये सिरे से निर्धारित करेगी, एक अलग भयानक खतरनाक दिशा में!
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