
यूनिक समय, गोवर्धन (मथुरा)। श्री गिर्राज सेवा ट्रस्ट के बैनर तले शरदोत्सव पर आयोजित छप्पन भोग महोत्सव में आज दोपहर ठाकुर श्री गिर्राज जी का श्रृंगार श्रीनाथ जी शैली में धारण कराया गया। ठाकुर जी में श्रृगार में मांणिक पन्ना तथा हीरे के आभूषणों को धारण कराया गया। ठाकुर जी की पोशाक रतन जड़ित धारण कराई गई। ठाकुर जी के मस्तक पर मोरमुकुट सुसज्जित हीरा-पन्ना जड़ित मुकुट धारण कराया गया। जिस महल में ठाकुर जी विराजमान हुए वह महल सोने की तरह चमक रहा था, ऐसा लग रहा था कि इन्द्र देव ने गिर्राज जी पर निरन्तर आसमान से जलाभिषेक किया। शरद पूर्णिमा पर चन्द्र देवता को अपनी शरद बिखेरने से रोक दिया। परन्तु स्वयं गिर्राज जी ने अपने को स्वर्ण हिडोले में विराजमान कर शरदोत्सव पर शरद की आभा चारों ओर बिखेर दी।
शाम को भजन संध्या मे ं भक्तों ने भजनों का झूम झूम कर आनन्द लिया। जयकारों के बीच ठाकुर जी का छप्पन भोग ट्रस्ट परिवार के सभी सदस्यों ने ठाकुर जी के समक्ष निवेदित किया। घनघोर बारिस के बीच भक्तों ने रात्रि में ठाकुर जी की महा आरती में जयकारों के साथ शामिल होकर अपनी तरह से प्रभु को लाड़ लडाया।
कार्यक्रम में विजय महेश्वरी (मुरसानवाले), दीनदयाल जी चौपईया वाले, महेश दयाल भट्टे वाले, प्रदीप अग्रवाल (श्री गु्रप) मुकेश अग्रवाल (डब्बू), एन. भाटिया, पुरूषोत्तम सर्राफ, अशोक सर्राफ, राजीव ब्रजवासी, जयन्ती प्रसाद अग्रवाल, दिनेश अग्रवाल (किले वाले), कृष्ण मूरारी बापू, शोभित अग्रवाल (साड़ी), विशाल बंसल (ताजापानी), पवन अग्रवाल (टीटू), अनुज अग्रवाल, विजय कुमार (शोरा), देवेन्द्र बंसल, ललित अरोड़ा, कुलदीप अरोड़ा (सी.ए.), धर्मेन्द्र बंसल (सी.ए.), सुधीर अग्रवाल (मुकुटवाले)े, राजेश अग्रवाल (चूरन), राजीव सर्राफ, श्याम अग्रवाल (ग्रेवाले), गोपाल अग्रवाल कोसी, तेजवन्त जैन, अमरीश अग्रवाल (आर.के.), सुनील कोयलावाले, विष्णु स्वरूप, अभय गुप्ता (रंगवाले), गणेश वार्ष्णेय, अंकुर गर्ग, डा. अनुराग (वैद्य), अंकित अग्रवाल (टेरा), मनोज अग्रवाल (के.डी.), राहुल अग्रवाल (सोरावाले), चौधरी सुरेश (लोहावाले), सुनील जी (सी.
ए.), राम अग्रवाल(ग्रेवाले), मनीष गोयल(सी.ए.), मोहित अग्रवाल (मुकुटवाले), मदनलाल (पम्पवाले), मौन्टी मित्तल (एम.एम.आई.) सुनन्द मित्तल (के.बी.), तेजवन्त जैन (मुन्ना ठेकेदार) एवं किशोर कुमार कोयलावाले आदि उपस्थित थे।
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