मूल्यांकन प्रणाली में तकनीकी गड़बड़ी होने के कारण छात्रों का भविष्य खतरे में !

छात्र को 99 की बजाय 0 नंबर देना शिक्षक को पड़ा भारी, नौकरी से किया बर्खास्त

नई दिल्ली। बोर्ड ऑफ इंटरमीडिएट एजुकेशन ने रविवार को एक शिक्षक को निलंबित कर दिया है और एक अन्य शिक्षक पर जुर्माना लगाया है। ऐसा कदम विभाग ने इसलिए उठाया, क्योंकि शिक्षक ने एक छात्र को परीक्षा में 99 के बजाय शून्य दे दिया था।

टीएसबीआईई का रिजल्ट जारी होने के बाद से अब तक 21 छात्र आत्महत्या कर चुके हैं। बोर्ड ने कक्षा 11वीं और 12वीं के परिणाम 18 अप्रैल को जारी किए थे।जिसके बाद छात्र समूहों और अभिभावकों ने विरोध प्रदर्शन किया। और राज्य सरकार ने उन तीन लाख बच्चों की उत्तरपुस्तिकाएं दोबारा जांच करने का आदेश दिया है, जिन्हें फेल किया गया है।

इस साल कुल 9.74 लाख छात्रों ने परीक्षा दी थी, जिनमें से 3.28 लाख छात्र फेल किए गए। यहां राज्य सरकार ने परीक्षा नामांकन और परिणामों की प्रक्रिया का कॉन्ट्रैक्ट एक निजी कंपनी को दिया था। अब छात्रों और अभिभावकों का कहना है कि कंपनी सिस्टम ने हजारों छात्रों को गलती से फेल कर दिया है।

और उन्हें परीक्षा में मौजूद होने के बावजूद भी अनुपस्थित दिखाया। तेलंगाना पेरेंट असोसिएशन के अध्यक्ष एन नारायण का कहना है कि मूल्यांकन प्रणाली में तकनीकी गड़बड़ी होने के कारण मेधावी छात्रों को कुछ विषयों में 5 और 10 नंबर मिले। वहीं हजारों छात्रों को परीक्षा देने के बजाय भी अनुपस्थित बताया है।जब परीक्षा के परिणाम घोषित हुए तो कंपनी ने भी तकनीकी गड़बड़ी वाली बात स्वीकार की, लेकिन ये भी कहा कि सुधार कर लिया गया है।अब ऐसा लग रहा है कि पूरी प्रक्रिया में ही गड़बड़ी हुई है। बेशक कंपनी अपनी गलती अब ठीक करे, लेकिन उसकी इस चूक के कारण कई बच्चे अपनी जान ले चुके हैं।

तीन सदस्यों की कमेटी ने रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपी, जिसके बाद से दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाना शुरू कर दिया है। 12वीं की परीक्षा देने वाले गज्जा नाव्या नाम के छात्र को तेलगु पेपर में 0 अंक प्राप्त हुए थे। जब उसने इसकी जांच कराई तो पता तला कि उसे 99 अंक मिले थे।

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