टिकैत की आंखों से निकले आंसुओं का हिसाब होगा, मथुरा के किसानों का संदेश.. कृषि बिल मंजूर नहीं

संवाददाता
यूनिक समय, मथुरा। कृषि बिलों के विरोध में जिले की मांट तहसील के मोरकी इंटर कालेज बाजना के परिसर में आयोजित पंचायत में किसानों ने भीड़ ने साफ संदेश दे दिया कि वह कृषि बिलों को मंजूर करने के मूड़ में नहीं है। भाकियू के नेता राकेश टिकैत की आंखों से निकले आंसुओं को लेकर किसानों में गुस्सा दिखा। उनका इशारा था कि आंसुओं का हिसाब होकर रहेगा। मथुरा के किसान पूरी तरह से राकेश टिकैत के साथ हैं।

राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने भी कृषि बिलों को लेकर उठ रहे सवालों को और हवा दी। किसानों को संबोधित करते हुए उन्होंने केंद्र सरकार से तीनों कृषि बिलों का वापस करने पर जोर दिया। कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बड़ा दिल दिखाना चाहना चाहिए। सरकार पर अधिकार होता है कि प्रस्ताव लाने और लागू कराने का, लेकिन कृषि बिलों को लेकर भ्रम की स्थिति को पहले साफ करना चाहिए। स्थिति साफ करके और किसानों का विश्वास जीतकर फिर सरकार चाहे कृषि बिलों का पारित करा लें। जयंत चौधरी की बातों को सुनने के लिए क्षेत्र के किसान बड़ी तमन्यता के साथ बैठे रहे।

उन्होंने कहा कि धरना पर बैठे किसानों का समर्थन करने के लिए हर किसान के परिवार के सदस्य को जाना चाहिए।रालोद नेता ने कहा कि कृषि बिलों के वापस न होने तक आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि किसानों पर हो रहे अन्याय के खिलाफ राष्ट्रीय लोकदल खड़ा होना पड़ा। किसानों के समर्थन में पूरा देश एकजुट है।

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*