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कीमतों पर अंकुश के लिए नेफेड ने बफर स्टॉक से 20,000 टन प्याज निकाला
नई दिल्ली।
कई बार सरकारों को मुश्किल में डालने वाली प्याज ने त्योहारी सीजन की शुरूआत में उपभोक्ताओं को रुलाना शुरू किया तो सरकार चौकन्नी हो गई है। तत्काल सहकारी संस्था नेफेड ने पिछले तीन सप्ताह में देशभर में सरकार के भंडार से 20,000 टन प्याज उतारा है। यह कदम प्याज की कीमतों में अचानक आई तेजी पर लगाम लगाने के लिए उठाया गया है। दिल्ली, पटना, लखनऊ, चंडीगढ़, चेन्नई और हैदराबाद जैसे प्रमुख शहरों में प्याज को मौजूदा बाजार कीमत पर उतारा जा रहा है।
नेफेड पिछले कुछ वर्षों से मूल्य स्थिरीकरण कोष (पीएसएफ) के तहत सरकार की ओर से प्याज का बफर स्टॉक बना रही है। नेफेड ने 2022-23 के अगस्त से दिसंबर तक चलने वाले कमजोर सीजन के दौरान प्याज की कीमतों में संभावित बढ़त से निपटने के लिए 2.50 लाख टन का रिकॉर्ड प्याज भंडार बनाया है।
सूत्रों के मुताबिक, नेफेड ने 14 सितंबर को प्याज का बफर स्टॉक निकालना शुरू किया। अबतक अबतक 20,000 टन प्याज उतारा जा चुका है। अप्रैल और मई में खरीदे गए प्याज को बाजार के भाव पर बेचा जा रहा है। इस बफर से प्याज को दिसंबर तक लक्षित तरीके से निकाला जाएगा। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, प्याज की औसत खुदरा कीमत बीते दो अक्टूबर को पूर्वोत्तर क्षेत्र में 40 रुपये प्रति किलोग्राम के उच्चस्तर पर थी। जबकि अन्य क्षेत्रों में यह 23-25 रुपये प्रति किलोग्राम के दायरे में थी।
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