नई दिल्ली। भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर फिर से चौंकाने वाली खबरें सामने आ रही हैं। कहा जा रहा है कि LAC के पास चीन सैनिकों की संख्या बढ़ा रहा है। वहां बड़ी मात्रा में हथियारों का जखीरा भी जुटा रहा है। इसी तनाव के बीच आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे 2 दिन लद्दाख में रहेंगे। वे सीमा पर सुरक्षा इंतजामों को परखेंगे।
सर्दियों के मौसम के आगमन के साथ ही आर्मी चीफ की इस यात्रा का महत्व बढ़ जाता है। क्योंकि ठंड में लद्दाख का ज्यादातर क्षेत्र बर्फ के कारण देश के शेष हिस्सों से कट जाता है। एक अधिकारी ने कहा कि अपनी इस विजिट के दौरान आर्मी चीफ सबसे कठिन इलाके और मौसम की स्थिति को लेकर वहां तैनात सैनिकों के साथ बातचीत करेंगे।
पिछले मई से भारत और चीन के बीच सीमा पर विवाद चला आ रहा है। 15 जून को LAC पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच खूनी झड़प भी हुई थी। इसमें 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। चीन के भी 40 सैनिक मारे गए थे, लेकिन उसने इसकी पुष्टि नहीं की। बता दें कि लद्दाख के कई स्थानों जैसे-पैंगोंग त्सो के उत्तर और दक्षिण से, गोगरा हाइट्स सहित अन्य स्थानों से सैनिकों और मशीनों को हटाया गया था। हालांकि हॉट स्प्रिंग्स, डेमचोक और देपसांग पर बातचीत होनी बाकी है। दोनों देशों के बीच सैन्य कमांडर स्तर की अब तक कम से कम 12 दौर की वार्ता हो चुकी है।
30 सितंबर को जनरल नरवणे ने कहा कि भारत और चीन के बीच सीमावर्ती इलाकों के साथ स्थायी शांति के लिए सीमा समझौता होना चाहिए। सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थायी शांति के लिए सीमा समझौता होना चाहिए, अन्यथा ऐसी घटनाएं होती रहेंगी। इसके साथ ही उन्होंने भारतीय सशस्त्र बलों की सतर्कता के बारे में कहा, “आप इस बात की सराहना करेंगे कि सेना, नौसेना और वायु सेना-तीनों सेवाओं में से प्रत्येक की चुनौतियों का अपना सेट है।
उत्तराखंड के बाराहोती सेक्टर से लगे बॉर्डर पर पिछले महीने चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) भारतीय सीमा में घुसी थी। अब खबर आ रही हैं कि चीन LAC पर सैनिकों की संख्या बढ़ा रहा है। वो बड़ी मात्रा में हथियारों और गोला-बारूद का जखीरा भी इकट्ठा कर रहा है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को दो टूक कहा कि भारत भी चीन की हरकतों पर पैनी नजर रखे हुए है। देश की सुरक्षा की पूरी तैयारी है।
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