वृंदावन (मथुरा)। बांके बिहारी की नगरी में प्रशासन की लापरवाही के चलते आतंकी बंदरों का गैंग आए दिन लोगों को अपना शिकार बना रहा है। नगर के कई क्षेत्रों में तो बच्चों ने घर से बाहर निकलना भी बंद कर दिया, वहीं कई क्षेत्रों में बंदरों के झुंड के डर से लोग एक दूसरे की मदद के बिना अपना रास्ता भी तय नहीं कर पा रहे हैं। ऐसा ही कुछ हाल रंगजी के बड़े बगीचा के समीप स्थित साधुमाई आश्रम को जाने वाले मार्ग का है। जहां हर समय दर्जनों बंदर अपना गैंग बनाकर अपने शिकार की तलाश में बैठें रहते हैं। अगर कोई खाने वस्तु लाता है तो उसे झुंड देखकर अपने आप ही खाने की वस्तु उनकी ओर डालनी पड़ती है।
लोगों का कहना है कि अगर भूले से वह उसे बचाने की कोशिश करता है, तो बंदरों का गैंग उस पर अटैक कर खाने पीने की वस्तु छीन लेता है। इतना ही नहीं बल्कि अगर उक्त व्यक्ति उन्हें पत्थर या डंडे के बल पर डरना चाहता है, तो उस व्यक्ति को बंदर अपने नुकीले दांतों से घायल कर देते हैं। ऐसा ही एक मामला सोमवार को उस समय घटित हो गया। जब आश्रम में कार्यरत कर्मचारी विश्वनाथ खाना खाने के लिए जा रहा था कि अचानक बंदरों के झुंड उस पर हमला बोलकर बुरी तरह घायल कर दिया। गनीमत यह रही कि घटना के दौरान आश्रम में अन्य लोग भी मौजूद थे। जिसके चलते उन्होंने दौड़ लगाकर विश्वनाथ को बचा लिया, लेकिन फिर भी बंदरों ने विश्वनाथ को कई जगह से घायल कर दिया।
बतादें कि कई तो बंदरों के हमले के कारण यह दुनिया भी झोड़ चुके है। विश्वनाथ के शरीर पर नजर आते बंदरो के दांतों के निशान साफतौर पर दर्शा रहे कि अगर आज आश्रम पर अन्य लोग घटना के दौरान मौजूद ना होते तो यह घटना भी एक बड़ी अनहोनी बन सकती थी, लेकिन प्रशासन को क्या प्रशासन तो पहले भी आंखें मूंदे बैठा था और आज भी चुप्पी साधे हुए है।
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