इंफाल। मणिपुर में शनिवार को सेना के काफिले को उग्रवादियों ने निशाना बनाया। घात लगाकर किए गए हमले में भारतीय सेना के एक कर्नल, उनकी पत्नी, बेटे और 5 अन्य जवान शहीद हो गए। रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक यह घात लगाकर किया गया सुनियोजित और इस साल का सबसे घातक हमला था। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने असम राइफल्स के सीओ, उनके परिवार के दो सदस्यों समेत 5 सैनिकों के शहीद होने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि असम राइफल्स के काफिले पर कायराना हमला बेहद दुखद और निंदनीय है।
Strongly condemn the cowardly attack on a convoy of 46 AR which has reportedly killed few personnel including the CO & his family at CCpur today. The State forces & Para military are already on their job to track down the militants. The perpetrators will be brought to justice.
— N.Biren Singh (@NBirenSingh) November 13, 2021
सुबह 10 बजे की घटना
सेना पर हमले की यह घटना शनिवार सुबह तकरीबन 10 बजे मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में हुई। यह जिला म्यांमार सीमा के पास है। सूत्रों के मुताबिक शनिवार सुबह 46 असम राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी एक फॉरवर्ड कैंप गए थे। वे वहां से वापस लौट रहे थे उसी वक्त उन पर हमला किया गया। उनके साथ उनकी पत्नी, बेटा और अन्य जवान भी थे। प्रारंभिक तौर पर हमले के पीछे मणिपुर के आतंकी समूह पीपुल्स लिबरेशन आर्मी या PLA का हाथ बताया जा रहा है। हालांकि, अभी तक किसी भी समूह ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह ने कर्नल त्रिपाठी और उनके परिवार की इस हमले में मौत होने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि उग्रवादियों को पकड़ने के लिए काउंटर ऑपरेशन शुरू किया गया है। घटना के बाद से फायरिंग जारी है।
मणिपुर के सीमए का ट्वीट
मणिपुर के सीएम बीरेन सिंह ने ट्वीट किया- 46 असम राइफल्स के काफिले पर कायरतापूर्ण हमले की निंदा करता हूं, जिसमें कमांडिंग ऑफिसर और उनके परिवार के समेत कुछ जवानों की आज मौत हो गई है। राज्य पुलिस और पैरा मिलेट्री आतंकियों को पकड़ने के काम में लगी हुई है। दोषियों को न्याय के कठघरे में खड़ा किया जाएगा।
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