मऊ। कोरोना वायरस के संक्रमण पर नियंत्रण पाने के लिए अब सभी जिलों की सीमाओं को भी सील किया जा रहा है। अब एक जिले से दूसरे जिले में जाने वाले यात्रियों को पहले मेडिकल जांच का सामना करना पड़ेगा. सब कुछ ठीक पाए जाने पर ही उन्हें दूसरे जनपद की सीमा पर दाखिल होने की इजाजत मिलेगी। इसी क्रम में, कोरोना वायरस के संक्रमण पर रोकथाम लगाने के लिए उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मऊ (Mau) जनपद की सभी सीमाओं को भी सील कर दिया गया है।
नहीं होगी जनपद की सीमाओं से बाहर जाने की इजाजत
कोरोना वायरस के संक्रमण को एक शहर से दूसरे शहर पहुंचने से रोकने के लिए अब दो जनपदों के बीच होने वाले आवागमन को भी नियंत्रित किया जा रहा है. अब जनपद में किसी को भी ना ही आने दिया जायेगा और ना ही जाने दिया जायेगा. इस नए नियम को लागू करने के लिए जनपद की सीमाओं पर भारी तादाद में पुलिस बल भी तैनात कर दिया गया है. वहीं, लॉक डाउन के दौरान किसी भी प्रकार की लापरवाही होने पर सीधे जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक पर शासन स्तर से कार्रवाई की बात कही गई हैं
बाहर से आए 77 लोगों को भेजा गया क्वारेंटाइन सेंटर
जनपद की सीमा सील होने के बाद बाहरी जनपदों और प्रदेशों से आये 77 लोगों को कोरेन्टाइन किया जा रहा है. क्वारेंटाइन किए गए लोगों में पांच महिलाएं भी शामिल हैं. इनके लिए खाने-पीने सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं की व्यवस्था जिला प्रशासन की तरफ से की गई है. 14 दिनों तक कोरेन्टाइन करने के बाद यात्रियों को उनके घर भेजा जायेगा. नगर के गाजीपुर बार्डर के पास फातिमा स्कूल को कोरेन्टाइन सेन्टर बनाया गया है. इसके अलावा, जनपद की अन्य सीमाओं पर 13 स्थानों को कोरेन्टाइन सेंटर में तब्दील किया गया है. जहां पर बाहर से आने वाले यात्रियों को यहीं क्वारेंटाइन किया जा रहा है।
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