महिलाओं के लिए मिसाल है ये मां-बेटी, एक साथ दौड़ी 60 किलोमीटर मैराथन….

51 साल की अनिता जानू और 25 साल की उनकी बेटी नूपूर जानू मिसाल हैं देश की महिलाओं के लिए जो शादी होने या बच्चे होने के बाद अपने शौक खत्म कर देती हैं और परिवार को ही पूरी तरह से समर्पित हो जाती हैं। मां और बेटी की इस जोड़ी ने हाल ही में साउथ अफ्रीका देश के डरबन शहर में 90 किलोमीटर की मैराथन दौड़ी है और अपने देश का नाम रोशन किया है। मैराथन का नाम द कॉमरेड्स अल्ट्रामैराथन 2022 है।

डरबन शहर में आयोजित मैराथन में अनिता जानू और इनकी बेटी नूपुर जानू ने 10 घंटे 52 मिनट 31 सैकंड में अल्ट्रामैराथन फिनिश कर ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया है। 28 अगस्त को आयोजित द अल्टीमेट ह्यूमन रेस 100वीं कॉमरेड्स अल्ट्रामैराथन में भारत से 211 रनर्स ने भाग लिया था। जिनमें मात्र 6 महिलाएं शमिल थी।

अनिता ने बताया कि कॉमरेड्स लिए जयपुर में मार्च 2022 में आयोजित जयपुर मैराथन में 4 घंटे 16 मिनट में 42 किमी की फुल मैराथन कर क्वालिफाई करने में भी कामयाबी हासिल की। इस मैराथन में सैकंड पोजिशन पर रही और बेस्ट फिमेल रनर का अवॉर्ड भी मिला था।

अनिता जानू मिलट्री परिवार से हैं। 44 की उम्र में उनके पति जो सेना में हैं. उन्होनें कहा कि वजन बढ़ रहा है इसे काबू करो नहीं तो परेशानी होगी। इसी को गुरुमंत्र समझकर अनिता ने फिटनेस की ओर कदम बढ़ाया और उसके बाद ये कदम ऐसा उठा कि सीधा साउथ अफ्रीका जाकर ही रुका।

वहां पर भी सिर्फ विराम चला है। कदम उठना जारी हैं। अनिता अब 51 की हैं और उनकी बेटी नूपूर करीब 25 की हैं। मां और बेटी ने मिलकर अब तक 60 मैराथन दौड़ी हैं।

अब तक तीन बार अल्ट्रामैराथन, 18 बार 42 किमी की फुल मैराथन, 25 बार 21 किलोमीटर की हाफ मैराथन, अन्य मैराथन सहित दार्जलिंग में ट्रेंकिग कर चुकी हैं। इन सब में पॉडियम मिला है।

मल्टीनेशनल कंपनी में कार्यरत नूपुर दिसंबर 2021 में जैसलमेर में आयोजित 100 किमी की अल्ट्रामैराथन बॉर्डर रन अपने पिता ग्रुप कैप्टन अनिल जानू के साथ 15 घंटे में पूरी की थी। नुपूर अब तक जयपुर मैराथन, दिल्ली मैराथन सहित देश की 13 से अधिक मैराथन कर चुकी है।

कॉमरेड्स मैराथन 90 किमी (लगभग 56 मील) की दूरी के साथ दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे पुरानी अल्ट्रा मैराथन दौड़ है। यह शानदार आयोजन हर साल दक्षिण अफ्रीका के क्वाज़ुलु-नताल प्रांत में डरबन और पीटरमैरिट्सबर्ग के बीच होता है।

दौड़ की दिशा हर साल बदलती है और यह डरबन से शुरू होने वाले ‘अप रन’ (89 किमी) और पीटरमैरिट्सबर्ग से शुरू होने वाले ‘डाउन रन’ (90 किमी) के बीच वैकल्पिक होती है। 2022 एक ‘डाउन रन’ है। जिसमें भारत की इन दोनो मां बेटी ने ब्रांच मैडल जीता है।

 

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