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खेल डेस्क। देश के लिए टोक्यो ओलंपिक 2020 में हॉकी का आगाज शानदार रहा। न्यूजीलैंड के खिलाफ पूल ए के मैच में भारत ने कीवियों को करारी शिकस्त दी और मैच को 3-2 से जीत लिया भारत की ओर से रूपिंदर ने 1 और हरमनप्रीत सिंह ने 2 गोल दागे और इतिहास दोराहाने की दिशा में एक और कदम आगे बढाया।
भारत ने टोक्यो में ही 1964 ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीता था। इस बार ये इतिहास दोहराया है। भारतीय हॉकी टीम ने ओलंपिक खेलों में 8 गोल्ड मेडल जीत हैं, लेकिन। इसी इरादे से टीम इस बार भी मैदान पर उतरी और गोल्ड की दिशा में आगे बढ़ी। बता दें कि भारत को आखिरी पदक मास्को ओलंपिक खेल1980 में मिला था।
भारत के लिए रूपिंदर ने 10वें मिनट में पेनाल्टी स्ट्रोक पर और 26वें मिनट में हरमनप्रीत सिंह ने पेनाल्टी कार्नर को गोल में बदला। इसके बाद तीसरा क्वार्टर शुरू होते ही भारत को एक और पेनाल्टी कॉर्नर मिला और हरमनप्रीत सिंह के ड्रैग फ्लिक से एक और गोल के तौर पर भारत के 3 गोल हुए।
मैच के पहले क्वार्टर में भारतीय हॉकी टीम ने एक के बाद एक 4 मिनट के अंदर न्यूजीलैंड को 4 पेनाल्टी कार्नर करने से रोके। इसके बाद आखिरी क्वार्टर में न्यूजीलैंड को लगातार दो पेनाल्टी कार्नर मिले, लेकिन दूसरे पेनाल्टी कॉर्नर को भारतीय कप्तान मनप्रीत के टीवी रेफरल मांगने पर उसमें कुछ दिखाई नहीं दिया। नतीजा पेनाल्टी कार्नर लिया गया, लेकिन तीसरा पेनाल्टी कॉर्नर भी भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने बचा लिया।
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