कांग्रेस की मेयर के घर मिला खजाना, नोट गिनने की मशीन बुलानी पड़ी, पति गिरफ्तार

राजस्थान की सबसे पावरफुल मेयर फिलहाल जयपुर हेरिटेज की मेयर मुनेश गुर्जर है । वह कांग्रेस पार्टी से हैं और राजधानी में मेयर हैं । इस कारण उनका पद अन्य जिलों के मेयर या सभा पतियों की तुलना में सबसे बड़ा है, लेकिन कल रात गहलोत सरकार की ही पुलिस ने मेयर मुनेश गुर्जर के पति सुशील गुर्जर को उठा लिया। रात 2:00 बजे उनको उनके घर से गिरफ्तार किया गया। उनके अलावा दो अन्य साथी भी पकड़े गए हैं , जो मेयर के पति के लिए दलाली का काम करते थे । इस पूरे घटनाक्रम के बाद अब भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। आज दोपहर के बाद भारतीय जनता पार्टी बड़े आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर रही है ।

दरअसल जयपुर में दो नगर निगम है। इन दो नगर निगम में 250 वार्ड शामिल हैं। पुराने शहर से जुड़े हुए 100 वार्ड जयपुर नगर निगम हेरिटेज के अधीन आते हैं। इसमें कांग्रेस पार्टी से ताल्लुक रखने वाली मुनेश गुर्जर मेयर हैं। वही 150 वार्ड का दूसरा हिस्सा ग्रेटर नगर निगम कहलाता है, इसकी मेयर भाजपा से ताल्लुक रखने वाली सौम्या गुर्जर है।

बात जयपुर नगर निगम हेरिटेज की हो रही है , हेरिटेज निगम की मेयर मुनेष गुर्जर के पति सुशील गुर्जर को कल देर रात 2:00 बजे भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के पुलिस वाले उठाकर ले गए। उसके अलावा दो दलाल नारायण लाल एववं अनिल को गिरफ्तार किया है । तीनों को आज दोपहर के बाद कोर्ट में पेश करके रिमांड पर लिया जाएगा।

मुनेष गुर्जर के पति सुशील गुर्जर पेशे से वकील है । दरअसल जयपुर शहर में कुछ दिनों से मकानों के पट्टे देने का काम चल रहा है। पट्टे देने की एवज में रिश्वत के कई मामले पहले भी सामने आ चुके हैं, लेकिन अब जो मामला आया है वह सबसे बड़ा है । दो दलाल नारायण और अनिल की मदद से मेयर के पति सुशील गुर्जर ने ₹200000 की रिश्वत ली । रिश्वत लेते हुए कल रात को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने मुनैष गुर्जर को रिश्वत लेते हुए कल रात को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने नारायण लाल अनिल और सुशील गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया । सुशील गुर्जर कल रात को पत्नी मनीष गुर्जर और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ अपने घर में खाना खा रहे थे । उस समय भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीमें पहुंची और उन्हें गिरफ्तार कर लिया ।

उनके घर से करीब 15 फाइलें और मिली है और 41 लाख रुपया केश मिला है। एक दलाल के घर से ₹800000 केश मिले हैं। यह भी सुनने में आ रहा है कि कुछ बैंक खातों में करीब 1 करोड रुपए जमा कराया गया है। यह राशि पट्टो से संबंधित बताई गई है। इस पूरे मामले में फिलहाल 3 लोग गिरफ्तार किए गए हैं , लेकिन यह गैंग बहुत बड़ी बताई जा रही है । इसमें कुछ सरकारी कर्मचारी भी शामिल हो सकते हैं। फिलहाल मेयर मुनेश गुजर की कुर्सी खतरे में है।

 

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